बहरोड़ (अलवर). बहरोड़ थाने पर हुई फायरिंग और हमले की घटना में मुख्य आरोपी पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने में राजस्थान पुलिस अब तक नाकाम साबित हुई है. पुलिस को पपला गुर्जर के मामले में अभी तक कोई अहम सुराग नहीं मिला है. हालांकि राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की पुलिस टीमें लगातार पपला गुर्जर को पकड़ने के लिए दबिश दे रही हैं.
बता दें कि बहरोड़ थाने में पपला गुर्जर के साथियों ने घुसकर ताबड़तोड़ एके-47 से फायरिंग की और पपला गुर्जर को थाने से छुड़ा कर ले गए. वहीं इस पूरी घटना ने अलवर पुलिस को देश भर में शर्मसार किया तो वहीं लगातार उस घटना के बाद से राजस्थान हरियाणा उत्तर प्रदेश दिल्ली की पुलिस पपला गुर्जर की तलाश में जुटी हुई है.
पढ़ेंः बहरोड़ में राजनीतिक पारा चरम पर, अब विधायक बलजीत यादव ने पूर्व मंत्री पर लागाए कई गंभीर आरोप
पपला गुर्जर पर राजस्थान में 50 हजार रुपए का इनाम घोषित हो चुका है. तो वहीं हरियाणा में उस पर पहले से इनाम घोषित है. हालांकि पुलिस ने कुछ बदमाशों को गिरफ्तार करके अपनी पीठ जरूर थपथपाई है. लेकिन असल में अभी भी मुख्य आरोपी फरार है. मोस्ट वांटेड अपराधी पपला गुर्जर पर हरियाणा सहित कई राज्यों में कई मामले दर्ज है.
पपला गुर्जर के मामले में सूत्रों की मानें तो हरियाणा में चल रहे विधानसभा चुनाव के चलते पपला गुर्जर अभी तक बचा हुआ है. दरअसल घटना के बाद से लगातार पपला गुर्जर और उसके परिजन मदद की गुहार करते हुए सोशल मीडिया पर नजर आ रहे है. ऐसे में विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक दबाव के कारण पपला गुर्जर बचा हुआ नजर आ रहा है. इससे अलवर और राजस्थान पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा हो चुका है क्योंकि देशभर की निगाहें घटना के बाद से अलवर पर टिकी हुई थी.
पढ़ेंः बहरोड़ की राजनीति में उबाल, पूर्व मंत्री बोले- मेरी भी हत्या करवा सकता है विधायक बलजीत
अलवर जिले में लगातार क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है तो वहीं आए दिन होने वाली ताबड़तोड़ घटनाओं के चलते अलवर पुलिस देशभर में बदनाम हो रही है. ऐसे में देखना होगा कि पपला गुर्जर की गिरफ्तारी कब होती है और राजस्थान पुलिस पर लगा दाग कब तक हटता है.