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अलवर एसपी ने पहले सुनाया मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी नहीं रखने का फरमान, विवाद बढ़ा तो लिया वापस - Alwar Superintendent of Police news

अलवर पुलिस अधीक्षक के एक आदेश ने जिले में नया विवाद खड़ा कर दिया था. दरअसल अलवर पुलिस अधीक्षक ने 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति समाप्त कर दी थी. लेकिन आदेश को लेकर विवाद बढ़ने के बाद पुलिस अधीक्षक अपना यह आदेश वापस ले लिए और मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति का आदेश जारी कर दिए.

अलवर पुलिस अधीक्षक न्यूज, Alwar Superintendent of Police news
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Published : Nov 22, 2019, 8:03 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 11:29 PM IST

अलवर. प्रदेश के अलवर जिले का विवादों से गहरा नाता रहा है. मॉब लिंचिंग हो या अलवर में बढ़ता हुआ क्राइम का ग्राफ हो. हाल ही में पपला गुर्जर के साथियों की ओर से बहरोड़ थाने पर हमला कर पपला गुर्जर को भगाने का मामले ने देशभर में अलवर पुलिस को बदनाम किया. इस बार अलवर पुलिस अधीक्षक के एक आदेश ने नया विवाद खड़ा कर दिया था. दरअसल, अलवर पुलिस अधीक्षक ने 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की दी हुई अनुमति समाप्त कर दी थी.

मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी नहीं रखने के आदेश को पुलिस अधीक्षक ने लिया वापस

बता दें कि मुस्लिम धर्म में दाढ़ी रखने का प्रावधान है. पुलिस की ड्यूटी में पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति लेनी पड़ती है. अलवर में 32 मुस्लिम पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली हुई है. वहीं, हर साल पुलिसकर्मियों को यह अनुमति लेनी पड़ती है. जानकारी के अनुसार साल 2019 में 9 अन्य पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली थी. उस समय पुलिस विभाग की तरफ से उनको दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी गई थी. लेकिन जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से उनकी अनुमति समाप्त कर दी गई थी.

पढ़ें- पहले ही प्रयास में अलवर की लाडो 'सुमन' ने RJS परीक्षा में हासिल की 6वीं रैंक, 'जज' बनकर किया नाम रोशन

लेकिन, पुलिस अधीक्षक के इस आदेश से विवाद बढ़ने लगा. जिसके बाद अलवर पुलिस अधीक्षक बैकफुट पर आ गए और अपने इस आदेश को वापस ले लिए. बता दें कि पुलिस अधीक्षक ने जिस 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति समाप्त की थी, उन्हें अब फिर से दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी. साथ ही इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया है.

अलवर पुलिस अधीक्षक न्यूज, Alwar Superintendent of Police news
मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति का आदेश जारी

पुलिस के आला अधिकारियों की मानें तो कानून व्यवस्था बनाए रखने और लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए यह फैसला लिया गया था. दरअसल, कई बार सांप्रदायिक मामलों में ड्यूटी के दौरान कई तरह की परेशानियां आती है. ऐसे में सभी पुलिसकर्मी समान लगे इसलिए यह फैसला लिया. वहीं, अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने और कानून में सभी समान नजर आए किसी की पहचान उजागर नहीं हो सके, इसलिए पुलिस की ओर से यह कदम उठाया जाता है.

अलवर. प्रदेश के अलवर जिले का विवादों से गहरा नाता रहा है. मॉब लिंचिंग हो या अलवर में बढ़ता हुआ क्राइम का ग्राफ हो. हाल ही में पपला गुर्जर के साथियों की ओर से बहरोड़ थाने पर हमला कर पपला गुर्जर को भगाने का मामले ने देशभर में अलवर पुलिस को बदनाम किया. इस बार अलवर पुलिस अधीक्षक के एक आदेश ने नया विवाद खड़ा कर दिया था. दरअसल, अलवर पुलिस अधीक्षक ने 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की दी हुई अनुमति समाप्त कर दी थी.

मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी नहीं रखने के आदेश को पुलिस अधीक्षक ने लिया वापस

बता दें कि मुस्लिम धर्म में दाढ़ी रखने का प्रावधान है. पुलिस की ड्यूटी में पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति लेनी पड़ती है. अलवर में 32 मुस्लिम पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली हुई है. वहीं, हर साल पुलिसकर्मियों को यह अनुमति लेनी पड़ती है. जानकारी के अनुसार साल 2019 में 9 अन्य पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली थी. उस समय पुलिस विभाग की तरफ से उनको दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी गई थी. लेकिन जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से उनकी अनुमति समाप्त कर दी गई थी.

पढ़ें- पहले ही प्रयास में अलवर की लाडो 'सुमन' ने RJS परीक्षा में हासिल की 6वीं रैंक, 'जज' बनकर किया नाम रोशन

लेकिन, पुलिस अधीक्षक के इस आदेश से विवाद बढ़ने लगा. जिसके बाद अलवर पुलिस अधीक्षक बैकफुट पर आ गए और अपने इस आदेश को वापस ले लिए. बता दें कि पुलिस अधीक्षक ने जिस 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति समाप्त की थी, उन्हें अब फिर से दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी. साथ ही इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया है.

अलवर पुलिस अधीक्षक न्यूज, Alwar Superintendent of Police news
मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति का आदेश जारी

पुलिस के आला अधिकारियों की मानें तो कानून व्यवस्था बनाए रखने और लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए यह फैसला लिया गया था. दरअसल, कई बार सांप्रदायिक मामलों में ड्यूटी के दौरान कई तरह की परेशानियां आती है. ऐसे में सभी पुलिसकर्मी समान लगे इसलिए यह फैसला लिया. वहीं, अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने और कानून में सभी समान नजर आए किसी की पहचान उजागर नहीं हो सके, इसलिए पुलिस की ओर से यह कदम उठाया जाता है.

Intro:अलवर
अलवर पुलिस ने 9 मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति समाप्त कर दी है। ऐसे में अभिया पुलिसकर्मी दाढ़ी नहीं रख सकेंगे। तो वही यह मुद्दा तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है।


Body:अलवर का विवादों से गहरा नाता रहा है। मॉब लिंचिंग हो या अलवर में बढ़ता हुआ क्राइम का ग्राफ हो। हाल ही में पपला गुर्जर के साथियों द्वारा बहरोड़ थाने पर हमला कर पपला गुर्जर को भगाने का मामले ने देशभर में अलवर पुलिस को बदनाम किया। इस बार अलवर पुलिस अधीक्षक के एक आदेश ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल अलवर पुलिस अधीक्षक ने मुस्लिम पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की दी हुई अनुमति समाप्त कर दी है।

मुस्लिम धर्म में दाढ़ी रखने का प्रावधान है। पुलिस की ड्यूटी में पुलिसकर्मियों को दाढ़ी रखने की अनुमति लेनी पड़ती है। अलवर में 32 मुस्लिम पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली हुई है। हर साल पुलिसकर्मियों को यह अनुमति लेनी पड़ती है। साल 2019 में 9 अन्य पुलिसकर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति ली थी। उस समय पुलिस विभाग की तरफ से उनको दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी गई थी। लेकिन अब जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से उनकी अनुमति समाप्त कर दी गई है। पुलिस के आला अधिकारियों की मानें तो कानून व्यवस्था बनाए रखने व लॉयन ऑर्डर को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। दरअसल कई बार सांप्रदायिक मामलों में ड्यूटी के दौरान कई तरह की परेशानियां आती है। ऐसे में सभी पुलिसकर्मी समान लगे इसलिए यह फैसला लिया गया है।


Conclusion:लेकिन अलवर में पुलिस का यह फैसला एक नया विवाद बनता हुआ नजर आ रहा है। मुस्लिम समाज के नेता पुलिस के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। तो वहीं अलवर पुलिस अधीक्षक पारिश देशमुख ने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई परेशानी है। तो वो प्रार्थना पत्र लगा सकता है। उसके प्रार्थना पत्र पर पुनर्विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा लॉयन ऑर्डर बनाए रखने व कानून में सभी समान नजर आए किसी की पहचान उजागर नहीं हो सके। इसलिए पुलिस द्वारा यह कदम उठाया जाता है।


बाइट- बारिश देशमुख, अलवर पुलिस अधीक्षक
Last Updated : Nov 22, 2019, 11:29 PM IST
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