अलवर. लॉकडाउन के बाद अलवर लौटे छात्रों के सामने किराया चुकाने की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. इसी क्रम में अलवर मत्स्य विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए किराए पर रह रहे छात्रों ने बुधवार की सुबह जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम अपने रक्त से लिखकर 3 महीने का किराया माफ करने के लिए ज्ञापन सौंपा है.
मत्स्य विश्वविद्यालय के अध्यक्ष कुलदीप यादव और छात्र नेता संदीप ओला ने बताया कि लॉकडाउन होने के चलते प्रदेश के सभी विद्यार्थी अपने-अपने घरों पर थे और अब विश्वविद्यालय खुलने और परीक्षाओं की तिथि घोषित होने के बाद वापस लौटे हैं. अब मकान मालिकों द्वारा उन पर किराए का दबाव बनाया जा रहा है.
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छात्रों का कहना है कि जब वे यहां रहे ही नहीं तो किराया किस बात का दें. इन छात्रों की मांग है कि राजस्थान सरकार की ओर से इन बेरोजगार युवा साथियों का 3 महीने का कमरे का किराया माफ करा जाए या फिर सरकार यह किराया दे. क्योंकि, छात्र अब दूसरा कमरा लेने कहां जाएं. पहले वाले मकान मालिक 3 महीने का किराया देने की बात कह रहे हैं.
छात्रों ने कहा कि वे गांव से पढ़ने आते हैं और गरीब परिवार के हैं. छात्रों का कहना है कि तुरंत प्रभाव से इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन करवाकर बेरोजगारी भत्ता इनके खाते में डाला जाए. इसके लिए छात्रों ने अपने रक्त से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम युवा साथियों के साथ जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
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उन्होंने कहा कि अगर सरकार तुरंत प्रभाव से इस मामले में संज्ञान नहीं लेती है तो सैकड़ों युवा साथियों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अलवर से जयपुर पैदल मार्च करते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा. इस दौरान मत्स्य विश्वविद्यालय के अध्यक्ष कुलदीप यादव, उपाध्यक्ष हरीश कुमार समेत कई छात्रनेता मौजूद रहे.