अलवर. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइनों का विरोध किया जा रहा है. संगठन की अलवर इकाई की ओर से गुरुवार सुबह राज ऋषि भरतरी मत्स्य विश्वविद्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया गया. संगठन की और से यूजीसी गाइडलाइन की प्रतियां जलाई गई. छात्र नेताओं ने यूजीसी के नए नियमों को छात्रों के जीवन से खिलवाड़ बताया. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कोरोना काल में सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने की मांग की. छात्रों ने कहा कि अगर सरकार और यूजीसी अपने फैसले पर अड़िग रहती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सांवरिया ने बताया कि जब राज्य सरकार ने कोरोना काल को देखते हुए कॉलेज की परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को प्रमोट करने का फैसला कर लिया लेकिन यूजीसी ने उस फैसले को नकार कर फाइनल ईयर परीक्षा करवाने की नई गाइडलाइन जारी कर दी, जो कि छात्रों के साथ पूरी तरह से अन्याय है. छात्र नेता ने कहा कि अभी कोरोना काल खत्म नहीं हुआ है, बल्कि देश में कोरोना का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है. ऐसे में परीक्षाएं करवाना छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ होगा और छात्र इसके विरोध में देश भर में आवाज उठा रहे हैं.
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की मांग है कि यूजीसी की गाइडलाइन को मानव संसाधन मंत्रालय को तुरंत रद्द करना चाहिए और छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रमोट करने का फैसला लेना चाहिए.
UGC ने कौनसी नई गाइडलाइन जारी की हैं?
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की तरफ से 30 सितंबर से 2020 से फाइनल ईयर के एग्जाम कराने की घोषणा की थी. एग्जाम के लिए यूजीसी ने SOP(Standard Operating procedure) गाइडलाइन जारी की हैं. क्या हैं ये गाइडलाइन.
- परीक्षा के लिए जारी किया जाने वाला एडमिट कार्ड ही छात्रों का ट्रैवल पास माना जाएगा. इसके लिए यूजीसी ने सभी स्टेट की लोकल अथोरिटी को इस संबंध में अवगत कराने के निर्देश दिए है.
- एग्जाम हॉल को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा. एंट्री प्वाइंट, दरवाजों, खिड़कियों और कुर्सीयों को भी सैनिटाइज करने के आदेश हैं.
- सभी स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है. साथ ही मास्क और ग्लव्स पहनना भी टीचरों के लिए अनिवार्य हैं.
- छात्रों के बैठने की कुर्सी और टेबलों को भी सैनिटाइज करने और शौचालयों को भी सैनिटाइज करने के आदेश हैं.