ETV Bharat / city

सावन के पहले सोमवार को मंदिर दिखे खाली, पहली बार हुआ ऐसा - Tripolia Shiva Temple

देश में फैली कोरोना महामारी के कारण मंदिर परिसरों पर भक्तों के आने जाने पर रोक लगी हुई है. सावन के पहला सोमवार के दिन भी भक्तों के लिए मंदिर बंद ही रखे गए. सरकार की ओर से मंदिर परिसर को 31 जुलाई तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. वहीं, मंदिर परिसर भी सरकार की दी गई गाइडलाइन की पालना कर रहा है. जिससे लोगों को सुरक्षित रखा जा सके.

राजस्थान न्यूज, alwar news
सावन माह में मंदिर पड़े खाली
author img

By

Published : Jul 7, 2020, 7:58 AM IST

अलवर. सावन माह की शुरुआत हो चुकी है. सावन के पहले सोमवार को अलवर के मंदिर खाली नजर आए. वहीं, अलवर के प्रमुख मंदिरों में लोग दूर से ही भगवान के दर्शन करते हुए दिखाई दिए. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन की तरफ से भी पूरी सावधानी बरती जा रही हैं.

सावन माह में मंदिर पड़े खाली

कोरोना संक्रमण के बीच इस बार सावन के महीने में लोग भगवान की पूजा नहीं कर सकेंगे. सरकार की तरफ से 31 जुलाई तक सभी मंदिरों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन की तरफ से भी पूरी सावधानी बरती जा रही है. सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन श्रावण के पहले सोमवार को लोग मंदिरों में पूजा नहीं कर सके.

ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब मंदिरों पर पूजा करने में इतनी लंबी रोक लगी हो. इसके अलावा सभी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया है. पहली बार कावड़ पर भी रोक लगाई गई है. सभी सरकारें पूरी सावधानी बरत रही है. केंद्र सरकार की तरफ से भी लगातार नई गाइडलाइन जारी की जा रही है, लेकिन उसके बाद भी तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. अलवर का सबसे प्राचीन त्रिपोलिया शिव मंदिर पूरी तरीके से खाली नजर आया. मंदिर प्रशासन की तरफ से विधि-विधान से भगवान की पूजा की जा रही है. वहीं, मंदिर को भी हर बार की तरह सजाया गया है.

पढ़ें- अलवर: NGO की मनमानी, बिना Social Destancing के ही छोटे से कमरे में करवा दी 50 से अधिक बच्चों की परीक्षा

सावन के पहले सोमवार के दिन लोग भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे थे, लेकिन उनको पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही थी. सभी को मास्क पहनने, 2 गज की दूरी रखने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने सहित किसी भी वस्तु को नहीं छूने की सलाह भी दी जा रही थी. शाम के समय भगवान का विशेष शृंगार किया गया.

प्रतिदिन मंदिर में भगवान का अलग शृंगार किया जाता है. इसे देखने के लिए अलवर के अलावा भी आस-पास के कई जिलों से लोग आते हैं. मंदिर की खासी पुरानी मान्यता है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई दिग्गज नेता यहां पूजा अर्चना और अनुष्ठान करा चुके हैं. प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा के भी खासे इंतजाम है. सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और गार्ड की तैनाती भी की गई है.

अलवर. सावन माह की शुरुआत हो चुकी है. सावन के पहले सोमवार को अलवर के मंदिर खाली नजर आए. वहीं, अलवर के प्रमुख मंदिरों में लोग दूर से ही भगवान के दर्शन करते हुए दिखाई दिए. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन की तरफ से भी पूरी सावधानी बरती जा रही हैं.

सावन माह में मंदिर पड़े खाली

कोरोना संक्रमण के बीच इस बार सावन के महीने में लोग भगवान की पूजा नहीं कर सकेंगे. सरकार की तरफ से 31 जुलाई तक सभी मंदिरों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन की तरफ से भी पूरी सावधानी बरती जा रही है. सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन श्रावण के पहले सोमवार को लोग मंदिरों में पूजा नहीं कर सके.

ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब मंदिरों पर पूजा करने में इतनी लंबी रोक लगी हो. इसके अलावा सभी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया है. पहली बार कावड़ पर भी रोक लगाई गई है. सभी सरकारें पूरी सावधानी बरत रही है. केंद्र सरकार की तरफ से भी लगातार नई गाइडलाइन जारी की जा रही है, लेकिन उसके बाद भी तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. अलवर का सबसे प्राचीन त्रिपोलिया शिव मंदिर पूरी तरीके से खाली नजर आया. मंदिर प्रशासन की तरफ से विधि-विधान से भगवान की पूजा की जा रही है. वहीं, मंदिर को भी हर बार की तरह सजाया गया है.

पढ़ें- अलवर: NGO की मनमानी, बिना Social Destancing के ही छोटे से कमरे में करवा दी 50 से अधिक बच्चों की परीक्षा

सावन के पहले सोमवार के दिन लोग भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे थे, लेकिन उनको पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही थी. सभी को मास्क पहनने, 2 गज की दूरी रखने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने सहित किसी भी वस्तु को नहीं छूने की सलाह भी दी जा रही थी. शाम के समय भगवान का विशेष शृंगार किया गया.

प्रतिदिन मंदिर में भगवान का अलग शृंगार किया जाता है. इसे देखने के लिए अलवर के अलावा भी आस-पास के कई जिलों से लोग आते हैं. मंदिर की खासी पुरानी मान्यता है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई दिग्गज नेता यहां पूजा अर्चना और अनुष्ठान करा चुके हैं. प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा के भी खासे इंतजाम है. सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और गार्ड की तैनाती भी की गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.