अलवर. अरावली विहार थाना पुलिस ने फ्रॉड कर खाते से ऑनलाइन रुपए निकालने वाले मुख्य आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. यह आरोपी अब तक 50 लाख रुपए का फ्रॉड कर चुका है. पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में दर्जनों वारदात कबूली है.
थानाधिकारी जहीर अब्बास ने बताया कि सूबेदार शंभू शरण पुत्र सीताराम निवासी ईटाराणा कैंट ने थाने पर आकर 4 फरवरी को मामला दर्ज कराया कि उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और पेटीएम लॉक होने का बताया. साथ ही ऐप डाउनलोड करने को कहा. वहीं उस व्यक्ति के कहने पर ऐप डाउनलोड किया तो एसबीआई बैंक खाते से 5 लाख 21 हजार रुपए फर्जी तरीके से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से निकाल लिए. पुलिस ने मामला दर्ज कर टीम को तलाश के लिए भेजा.
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टीम को सूचना मिली कि ऑनलाइन फ्रॉड करने वाला मुख्य आरोपी जितेंद्र कुमार मंडल अपने गांव से दिल्ली ट्रेन से आ रहा है. इस सूचना पर टीम दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची और रेलवे स्टेशन पर आरोपी की तलाश की गई. इस दौरान टीम को एक लड़का रेलवे स्टेशन पर बैग लेकर घूमता हुआ नजर आया, जिसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने अपना नाम जितेंद्र मंडल निवासी जामताड़ा, झारखंड का रहने वाला बताया.
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टीम ने उसके कब्जे से 7 मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है. इस मामले में पूर्व में पुलिस ने इसके साथ ही मुकेश कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इंटरनेट पर विभिन्न व्यक्तियों के ऑनलाइन डाटा इकट्ठा कर नाम, पिता का नाम, शैक्षणिक योग्यता, व्यवसाय, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर इत्यादि प्राप्त कर उपलब्ध सभी मोबाइल नंबर पर एक विशेष एप्लीकेशन के जरिए केवाईसी एक्सपायरी के संबंध में एक लिंक मैसेज के जरिए भेजते हैं. ये देखने में बैंक द्वारा भेजा गया मैसेज जैसा ही प्रतीत होता है. इस पर दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन करने पर आरोपी एक प्रोफेशनल बैंक कर्मचारी बनकर उसकी केवाईसी एक्सपायर के संबंध में बात कर बैंक अकाउंट के संबंध में जानकारी लेते हैं. इसके बाद खाते से रकम खुद के अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते हैं.