अलवर। अलवर में हो रही रुक-रुक कर बारिश से जनजीवन खासा प्रभावित हो रहा है. अलवर के उमरेण ब्लॉक के सीरावास गांव में राजकीय उच्च प्राधमिक विद्यालय का एक कमरा और कुछ हिस्सा बारिश में ढह गया. अन्य कमरों की छत से भी लगातार बारिश का पानी टपक रहा है. ऐसे में स्कूल शुरू होने के बाद कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. इस कमरे का उद्घाटन प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने किया था. गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई.
सोमवार को बारिश के बाद सीरावास गांव की राजकीय प्राथमिक विद्यालय का कमरा और भवन का कुछ हिस्सा भरभरा कर ढह गया. अगर कोरोना के चलते स्कूल बंद नहीं होता तो इस हादसे में कई बच्चे और अध्यापकों की जान पर बन सकती थी. आमतौर पर अध्यापकगण इसी कमरे में बैठते हैं. स्कूल बंद होने के बाद बच्चे भी यहीं खेलते थे. ऐसे में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. ग्रामीणों के मुताबिक आसपास के कई गांव में कोई स्कूल नहीं है. इसलिए 8 से 10 गांव के बच्चे पढ़ने के लिए इसी स्कूल में आते हैं. इस स्कूल में बच्चों की संख्या भी अन्य सरकारी स्कूलों की तुलना में ज्यादा है.
स्कूल के अन्य कमरों से भी लगातार पानी टपक रहा है. पूरा भवन जर्जर हालत में है. किसी भी समय भवन गिर सकता है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीणों ने कमरे के ढहने की जानकारी शिक्षा विभाग व प्रशासन को दे दी है. ग्रामीणों ने बताया कि साल 2007 में इस कमरे का उद्घाटन प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने किया था. उस समय टीकाराम जूली जिला प्रमुख के पद पर कार्यरत थे.
ये हादसा बड़ी लापरवाही की ओर भी इशारा करता है. भ्रष्टाचार किस कदर बच्चों की भी परवाह नहीं करता इसका उदाहरण है ये. साफतौर पर पता चलता है कि निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि पूरा भवन किसी भी समय गिर सकता है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. तुरंत स्कूल भवन की मरम्मत करानी चाहिए. इस मामले में ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन से लिखित शिकायत भी की है. यह क्षेत्र प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली के विधानसभा क्षेत्र में भी आता है.