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राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती Scam : जानें कैसे हुआ घूस के इस खेल का पर्दाफाश, कौन है 'गुरूजी' ?

अलवर के ESIC मेडिकल कॉलेज में पैसे लेकर संविदा कर्मियों की भर्ती करने के 'काला खेल' का खुलासा हुआ है. नर्सिंग कर्मी लगाने के लिए डेढ़ लाख रुपये और नर्सिंग सहायक के लिए 90 हजार रुपये भर्ती कंपनी का सुपरवाइजर और दलाल वसूल रहे थे. मामले की जानकारी मिलते ही एसीबी की टीम ने अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में दबिश दी. इस मामले में कार्रवाई शुक्रवार सुबह करीब चार बजे तक चली. जानिये कैसे हुआ घूस के इस खेल का पर्दाफाश...

rajasthan contract worker recruitment scam
सुपरवाइजर भरत सिंह और दलाल महिपाल यादव गिरफ्तार
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Published : Jun 18, 2021, 12:41 PM IST

Updated : Jun 18, 2021, 2:51 PM IST

अलवर. राजस्थान में संविदा कर्मियों की भर्ती में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. इस मामले में अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ (Alwar MP Baba Balak Nath) का पीए कुलदीप सिंह यादव उर्फ गुरुजी की भूमिका संदिग्ध मिली है. आरोप है कि वो भर्ती के लिए घूस लेने वाले लोगों से रिश्वत मांग रहा था. एसीबी के पास मौजूद साक्ष्यों के मुताबिक भर्ती कंपनी चार लाख रुपये देने को तैयार भी थी, लेकिन पीए पांच लाख की डिमांड कर रहा था. इसी को लेकर विवाद था.

एसीबी की टीम ने एमआईए स्थित मत्स्य अरावली होटल के कमरे पर छापा मारकर एक आरोपी भरत पूनिया को गिरफ्तार किया. इसके पास से 4.5 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसके अलावा अलवर से 15 लाख रुपये पहले लेकर जोधपुर के लिए निकल चुके कंपनी के मालिक मिनेश भाई पटेल को अजमेर में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा जोधपुर में अलवर के मुंडावर निवासी महिपाल से भी एक लाख रुपये बरामद किए गए हैं.

सुपरवाइजर भरत सिंह और दलाल महिपाल यादव गिरफ्तार...

एसीबी को मिली रही थी घूसखोरी की जानकारी...

पिछले कई दिनों से ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज (ESIC Medical College) में सविंदा कर्मियों की भर्ती मामले में आवेदकों से भर्ती के नाम पर लूट की जानकारी एसीबी को मिली रही थी. इस मामले में एसीबी की टीम पिछले कई दिनों से अलवर में डेरा डाले हुए थी. शुक्रवार देर रात टीम ने कार्रवाई करते हुए अलवर के एमआईए स्थित एक होटल में दबिश दी, जिसमें एक आरोपी भरत पूनिया को साढ़े चार लाख रुपये की रकम के साथ गिरफ्तार किया है.

अलवर में ईएसआईसी हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कर्मियों में नर्सिंग सहायक की भर्ती के लिए रिश्वत का रेट फिक्स था. संविदा पर नर्सिंग कर्मियों के लिए डेढ़ लाख रुपए व नर्सिंग सहायक के लिए 90 हजार रुपये की रिश्वत ली जा रही थी. भर्ती कर रही गुजरात की कंपनी के सुपरवाइजर भरत सिंह और दलाल महिपाल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में मेडिकल बोर्ड टीम की भूमिका भी संदिग्ध है. साथ ही एसीबी (Anti Corruption Bureau) के पास भर्ती के लिए कई दलालों द्वारा रुपये मांगने के सबूत हैं. अलवर के होटल के कमरे में 12 जून से सभी आरोपी रह रहे थे. कमरों में मौजूद अन्य तीन कानाराम उर्फ करण, भरत प्रेमदास और अशोक को भी हिरासत में लिया गया है. ये लोग भर्ती होने आवेदकों से उनकी 4 महीने की सैलरी एडवांस लेकर कर रहे थे.

सभी आरोपियों से 20 लाख रुपये से ज्यादा रकम बरामद...

इस मामले में अलवर से जोधपुर ले जाई जा रही लगभग 15 लाख की रकम के साथ अजमेर के गेगल से कंपनी के मालिक मिनेश भाई पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा जोधपुर में अलवर के मुंडावर बालूवास गोलेहेरा गांव निवासी महिपाल यादव से लगभग एक लाख रुपये की रकम के साथ उसे हिरासत में लिया गया है. टीम ने सभी आरोपियों से 20 लाख रुपये से ज्यादा रकम बरामद कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.

पढ़ें : राजस्थान में संविदा कर्मियों की भर्ती में बड़े घोटाले का पर्दाफाश, अलवर सांसद के PA की भूमिका संदिग्ध

एसीबी को जानकारी मिली थी कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में सविंदा कर्मियों में नर्सिंग स्टाफ से 1 से 1.50 लाख रुपये भर्ती ने नाम पर वसूले जा रहे हैं और नर्सिंग सहायक भर्ती में 60 से 80 हजार रुपये की वसूली की जा रही है. एसीबी के अधिकारियों ने कहा गुजरात की एमजे सोलंकी फर्म ने अब तक की 100 लोगों की भर्ती की है. लगभग 400 अन्य की भर्ती होनी है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर डीवाईएसपी बजरंग सिंह और कमल नयन ने कार्रवाई को अंजाम दिया.

तीन दिन से चल रही थी जांच-पड़ताल...

एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश में सत्यापन किया गया. जिसके बाद एसीबी के जयपुर के अधिकारियों ने एक टीम अलवर बीजी ने पिछले 3 दिनों से अलवर में रुक कर पूरे मामले की तह तक जाकर जांच-पड़ताल की और भर्ती की प्रक्रिया में लगे कंपनी के कर्मचारियों की गतिविधियों पर नजर रखी. कंपनी के कर्मचारी अलवर के एमआईए के होटल में रुक कर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर रहे थे. जिसके बाद एसीबी की टीम ने दबिश देने का फैसला लिया था.

मामले में राजनीती शुरू...

अलवर का ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पहले ही भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. कई सालों तक यह मेडिकल कॉलेज का भवन बंद रहा. दो साल पहले ईएसआईसी ने यहां ओपीडी सुविधा शुरू की, लेकिन उसके बाद भी लगातार डेढ़ साल तक इस कॉलेज में इलाज के नाम पर खानापूर्ति हुई. हाल ही में केंद्रीय श्रम मंत्री ने अलवर पहुंचकर जल्द मेडिकल पुलिस शुरू करने की बात कही. उसके बाद से लगातार यहां डॉक्टर नर्सिंग कर्मी व अन्य स्टाफ रखने की प्रक्रिया चल रही थी.

एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत...

नर्सिंग कर्मी व सहायक नर्सिंग कर्मी रखने की जिम्मेदारी गुजरात की एक कंपनी को दी गई. नियम के हिसाब से गुजरात की कंपनी आवेदक उसे पैसे नहीं ले सकती है, लेकिन कंपनी के कर्मचारी अपने हिसाब से लोगों से पैसे ले रहे थे. दूसरी तरफ अलवर में लगातार इस मुद्दे पर राजनीति हो रही है. कांग्रेस सांसद को घेरने में लगी है. बहरोड़ के विधायक ने सांसद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

VIP कोटे में हुई कई लोगों की भर्ती...

सांसद के अलावा भी अलवर के कई विधायक व मंत्रियों के कहने पर वीआईपी कोटे में नर्सिंग कर्मियों की व अन्य स्टाफ की भर्ती की गई. ऐसे में एसीबी सभी भर्ती किए गए लोगों पर रिकॉर्ड खंकाल रही है. एसीबी का कहना है कि अब तक ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में सो कर्मचारी भर्ती के गए हैं, सभी के दस्तावेज चेक होंगे. साथ ही उनकी जांच पड़ताल भी होगी.

अलवर. राजस्थान में संविदा कर्मियों की भर्ती में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. इस मामले में अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ (Alwar MP Baba Balak Nath) का पीए कुलदीप सिंह यादव उर्फ गुरुजी की भूमिका संदिग्ध मिली है. आरोप है कि वो भर्ती के लिए घूस लेने वाले लोगों से रिश्वत मांग रहा था. एसीबी के पास मौजूद साक्ष्यों के मुताबिक भर्ती कंपनी चार लाख रुपये देने को तैयार भी थी, लेकिन पीए पांच लाख की डिमांड कर रहा था. इसी को लेकर विवाद था.

एसीबी की टीम ने एमआईए स्थित मत्स्य अरावली होटल के कमरे पर छापा मारकर एक आरोपी भरत पूनिया को गिरफ्तार किया. इसके पास से 4.5 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसके अलावा अलवर से 15 लाख रुपये पहले लेकर जोधपुर के लिए निकल चुके कंपनी के मालिक मिनेश भाई पटेल को अजमेर में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा जोधपुर में अलवर के मुंडावर निवासी महिपाल से भी एक लाख रुपये बरामद किए गए हैं.

सुपरवाइजर भरत सिंह और दलाल महिपाल यादव गिरफ्तार...

एसीबी को मिली रही थी घूसखोरी की जानकारी...

पिछले कई दिनों से ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज (ESIC Medical College) में सविंदा कर्मियों की भर्ती मामले में आवेदकों से भर्ती के नाम पर लूट की जानकारी एसीबी को मिली रही थी. इस मामले में एसीबी की टीम पिछले कई दिनों से अलवर में डेरा डाले हुए थी. शुक्रवार देर रात टीम ने कार्रवाई करते हुए अलवर के एमआईए स्थित एक होटल में दबिश दी, जिसमें एक आरोपी भरत पूनिया को साढ़े चार लाख रुपये की रकम के साथ गिरफ्तार किया है.

अलवर में ईएसआईसी हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कर्मियों में नर्सिंग सहायक की भर्ती के लिए रिश्वत का रेट फिक्स था. संविदा पर नर्सिंग कर्मियों के लिए डेढ़ लाख रुपए व नर्सिंग सहायक के लिए 90 हजार रुपये की रिश्वत ली जा रही थी. भर्ती कर रही गुजरात की कंपनी के सुपरवाइजर भरत सिंह और दलाल महिपाल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में मेडिकल बोर्ड टीम की भूमिका भी संदिग्ध है. साथ ही एसीबी (Anti Corruption Bureau) के पास भर्ती के लिए कई दलालों द्वारा रुपये मांगने के सबूत हैं. अलवर के होटल के कमरे में 12 जून से सभी आरोपी रह रहे थे. कमरों में मौजूद अन्य तीन कानाराम उर्फ करण, भरत प्रेमदास और अशोक को भी हिरासत में लिया गया है. ये लोग भर्ती होने आवेदकों से उनकी 4 महीने की सैलरी एडवांस लेकर कर रहे थे.

सभी आरोपियों से 20 लाख रुपये से ज्यादा रकम बरामद...

इस मामले में अलवर से जोधपुर ले जाई जा रही लगभग 15 लाख की रकम के साथ अजमेर के गेगल से कंपनी के मालिक मिनेश भाई पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा जोधपुर में अलवर के मुंडावर बालूवास गोलेहेरा गांव निवासी महिपाल यादव से लगभग एक लाख रुपये की रकम के साथ उसे हिरासत में लिया गया है. टीम ने सभी आरोपियों से 20 लाख रुपये से ज्यादा रकम बरामद कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.

पढ़ें : राजस्थान में संविदा कर्मियों की भर्ती में बड़े घोटाले का पर्दाफाश, अलवर सांसद के PA की भूमिका संदिग्ध

एसीबी को जानकारी मिली थी कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में सविंदा कर्मियों में नर्सिंग स्टाफ से 1 से 1.50 लाख रुपये भर्ती ने नाम पर वसूले जा रहे हैं और नर्सिंग सहायक भर्ती में 60 से 80 हजार रुपये की वसूली की जा रही है. एसीबी के अधिकारियों ने कहा गुजरात की एमजे सोलंकी फर्म ने अब तक की 100 लोगों की भर्ती की है. लगभग 400 अन्य की भर्ती होनी है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर डीवाईएसपी बजरंग सिंह और कमल नयन ने कार्रवाई को अंजाम दिया.

तीन दिन से चल रही थी जांच-पड़ताल...

एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश में सत्यापन किया गया. जिसके बाद एसीबी के जयपुर के अधिकारियों ने एक टीम अलवर बीजी ने पिछले 3 दिनों से अलवर में रुक कर पूरे मामले की तह तक जाकर जांच-पड़ताल की और भर्ती की प्रक्रिया में लगे कंपनी के कर्मचारियों की गतिविधियों पर नजर रखी. कंपनी के कर्मचारी अलवर के एमआईए के होटल में रुक कर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर रहे थे. जिसके बाद एसीबी की टीम ने दबिश देने का फैसला लिया था.

मामले में राजनीती शुरू...

अलवर का ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पहले ही भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. कई सालों तक यह मेडिकल कॉलेज का भवन बंद रहा. दो साल पहले ईएसआईसी ने यहां ओपीडी सुविधा शुरू की, लेकिन उसके बाद भी लगातार डेढ़ साल तक इस कॉलेज में इलाज के नाम पर खानापूर्ति हुई. हाल ही में केंद्रीय श्रम मंत्री ने अलवर पहुंचकर जल्द मेडिकल पुलिस शुरू करने की बात कही. उसके बाद से लगातार यहां डॉक्टर नर्सिंग कर्मी व अन्य स्टाफ रखने की प्रक्रिया चल रही थी.

एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत...

नर्सिंग कर्मी व सहायक नर्सिंग कर्मी रखने की जिम्मेदारी गुजरात की एक कंपनी को दी गई. नियम के हिसाब से गुजरात की कंपनी आवेदक उसे पैसे नहीं ले सकती है, लेकिन कंपनी के कर्मचारी अपने हिसाब से लोगों से पैसे ले रहे थे. दूसरी तरफ अलवर में लगातार इस मुद्दे पर राजनीति हो रही है. कांग्रेस सांसद को घेरने में लगी है. बहरोड़ के विधायक ने सांसद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

VIP कोटे में हुई कई लोगों की भर्ती...

सांसद के अलावा भी अलवर के कई विधायक व मंत्रियों के कहने पर वीआईपी कोटे में नर्सिंग कर्मियों की व अन्य स्टाफ की भर्ती की गई. ऐसे में एसीबी सभी भर्ती किए गए लोगों पर रिकॉर्ड खंकाल रही है. एसीबी का कहना है कि अब तक ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में सो कर्मचारी भर्ती के गए हैं, सभी के दस्तावेज चेक होंगे. साथ ही उनकी जांच पड़ताल भी होगी.

Last Updated : Jun 18, 2021, 2:51 PM IST
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