अलवर. जिले के सरकारी स्कूलों में अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी. इसके लिए शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिले में काम शुरू हो चुका है. सरकारी स्कूलों के रिजल्ट को सुधारने के लिए जिन स्कूलों का रिजल्ट कम रहा है. उनमें अधिकारी तैनात किए गए हैं. जो रिजल्ट सुधारने के साथ शिक्षा का स्तर बेहतर करने की दिशा में काम करेंगे. साथ ही इंटेलिजेंट बच्चों की कॉपियां राजस्थान बोर्ड की वेबसाइट पर भी डाली जाएंगी. जिनको देखकर अन्य छात्र भी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं.
अलवर जिले में 2750 सरकारी व निजी स्कूल हैं. इनमें से 786 सरकारी स्कूल हैं. इनमें करीब चार लाख बच्चे पढ़ते हैं. बीते साल जिले की 92 सरकारी स्कूलों में रिजल्ट कम रहा, लेकिन इस बार जिले की महज 62 स्कूलों में रिजल्ट तय मानक के हिसाब से रिजल्ट कम रहा है. सरकारी स्कूलों में रिजल्ट सुधारने के लिए सभी स्कूलों में अधिकारी तैनात किए गए हैं, जो रिजल्ट सुधारने के साथ शिक्षा के स्तर को बेहतर करने का काम भी करेंगे. इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग होगी.
शिक्षकों की मीटिंग के साथ शिक्षण के तरीकों में भी बदलाव किया जाएगा. साथ ही सरकारी स्कूलों में अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर भी ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से कुछ गेस पेपर तैयार किए गए हैं. सभी सरकारी स्कूलों में इन गेस पेपरों के माध्यम से बच्चों को तैयारी कराई जाएगी. इसके साथ ही स्टूडेंटों की परीक्षा ली जाएगी. अलवर में तैयार होने वाले विभिन्न विषय के छह गेस पेपर पूरे प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी स्कूलों में भेजे जाएंगे.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बेहतर इंटेलिजेंट बच्चों की कॉपियां बोर्ड की वेबसाइट पर डाली जाएंगी. जिनको देखकर अन्य बच्चे भी अपनी तैयारी कर सकेंगे. इससे बच्चों को मोटिवेशन मिलेगा. जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. हालांकि बीते सालों की तुलना में अब सरकारी स्कूलों में रिजल्ट बेहतर होने लगे हैं. सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. सरकार की तरफ से शिक्षा के सुधार के लिए ज्यादा जोर दिया जा रहा है.