अलवर. अलवर में 15 साल की किशोरी लहूलुहान हालत में पुलिया पर मिली. उसके प्राइवेट अंग जख्मी थे और बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हुई थी. पुलिस ने रेप की धाराओं में मामला दर्ज किया. मामले की जांच पड़ताल के लिए जयपुर रेंज के आईजी बुधवार को अलवर पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना समाज के लिए कलंक है.
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है. इस मामले के विरोध में अलवर में सामाजिक संस्थाओं ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया, तो लोग घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं. मानसिक रूप से बीमार बालिका अलवर के तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर पड़ी हुई मिली थी. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने बालिका को अपने कब्जे में लिया. बच्चे के प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग हो रही थी. पुलिस ने उसे इलाज के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर के जेके लोन के लिए रेफर (Alwar rape victim treated at Jaipur) किया गया.
जयपुर के जेके लोन अस्पताल में बालिका का इलाज चल रहा है. बालिका कुछ भी नहीं बोल पा रही है. वह बोलने में असमर्थ है. ऐसे में पुलिस के सामने आरोपियों को पकड़ना बड़ी चुनौती है. आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरा की रिकॉर्डिंग में पुलिस को कई अहम तथ्य मिले हैं. रिकॉर्डिंग में एक बस नजर आ रही है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो उस बस से बालिका को फेंका गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर रेंज के आईजी संजय श्रोत्रिय बुधवार को अलवर पहुंचे. उन्होंने पीड़िता के गांव को देखा व लोगों से बातचीत की. इसके अलावा घटनास्थल का भी जायजा लिया. आईजी ने कहा कि यह घटना समाज के लिए कलंक है. पुलिस अपना काम कर रही है. आरोपी जल्द जेल की सलाखों के पीछे होंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए समाज को भी आगे आना होगा, लोगों की मानसिकता खराब हो रही है.
उन्होंने कहा कि अलग-अलग जगहों पर पुलिस टीम लगी हुई है. टोल नाका, चौराहों व प्रमुख सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की जा रही है. पुलिस को कई तरह के तथ्य मिले हैं. जिसके आधार पर जांच पड़ताल चल रही है. यह पूरा मामला ब्लाइंड है. क्योंकि पीड़िता (Retardant teenager raped in Alwar ) कुछ भी बताने में असमर्थ है. इसलिए पुलिस एक एक बिंदु को जोड़कर जांच पड़ताल कर रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले में कुछ कहा नहीं जा सकता.
धाराओं में हो सकता है बदलाव
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा (Tejaswini Gautam on rape case) कि अभी शुरुआती दौर में इस मामले को रेप व गैंग रेप से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्हीं धाराओं में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. लेकिन मेडिकल जांच पड़ताल के बाद अगर कुछ अलग तथ्य सामने आते हैं, तो उसके अनुसार धाराओं में बदलाव किया जाएगा. इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में पुलिस जुटी हुई है.
सीसीटीवी कैमरे बन रहे मददगार
चौराहों व सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे (alwar rape cctv clue) पुलिस के लिए मददगार बन रहे हैं. जिस जगह पर पुलिस को पीड़िता मिली, उसके पास एक कैमरे में एक बस पुलिस को नजर आई है. जिसकी जांच पड़ताल चल रही है. वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग में पीड़िता भी पुलिस को नजर आई है. इसके अलावा आईजी ने कहा कि पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. जिनको जोड़कर जांच पड़ताल की जा रही है.
अलवर में सड़क पर उतरे लोग
इस घटना के विरोध में अलवर में कई सामाजिक संस्थाओं ने मौन जुलूस निकाला. इसके बाद शहीद स्मारक पर आरोपियों व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. लोगों ने कहा कि जल्द से जल्द आरोपी गिरफ्तार होने चाहिएं. इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले. सरकार व पुलिस प्रशासन को इसके भी इंतजाम करने चाहिएं, क्योंकि घटनाओं को अंजाम देने के बाद आरोपी जेल से रिहा हो जाते हैं. इसलिए लोगों में डर खत्म हो गया है.
छोटी उम्र में बंद हो गई थी जुबान
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि पीड़िता के परिजनों ने कहा कि पीड़िता मानसिक रूप से कमजोर है. छोटी सी उम्र से उसको बोलने में परेशानी थी. वह मां-बाबा जैसे छोटे शब्द ही बोल पाती थी.
आईजी ने कहा- समाज को झकझोरने वाली घटना है
घटना की जानकारी मिलते ही बुधवार को जयपुर रेंज के आईजी अलवर पहुंचे. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह घटना जितनी गंभीर है उतनी ही गंभीरता से पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है. पूरी रात इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की गई. इस तरह की घटना पूरे समाज को झकझोर देने वाली होती है. मूक बधिर बच्ची के साथ गलत काम हुआ है, निश्चित रूप से जो भी इस घटना के बारे में सुन रहा है उसको यह झकझोर देगी.
भाजपा प्रदेश सरकार पर कर रही है हमला
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट करके इस घटना की निंदा की है. प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि इस तरह की घटना ने न केवल राजस्थान को शर्मसार किया है, बल्कि प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं. दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी प्रदेश सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.