अलवर. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सामूहिक आयोजनों पर रोक लगा रखी है. शादी समारोह में भी राज्य सरकार ने केवल 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी है. जिसके चलते शादी-विवाह में काम करने वाले लोगों के लिए जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है. हलवाई, कैटरिंग, लाइटिंग और टेंट का काम करने वाले लोगों का काम ठप पड़ गया है. जिसके बाद सिंहद्वार टेंट किराया व्यवसाय समिति और विवाह आयोजन सामूहिक संघर्ष महासंघ की ओर से रैली निकालकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
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शादी विवाह में काम करने वाले लोगों ने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर रैली निकाली. यह रैली कंपनी बाग स्थित शहीद स्मारक से शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए निकाली गई. रैली में वो सभी लोग शामिल हुए जिनका व्यवसाय शादी विवाह के समारोह से जुड़ा हुआ है. समिति और महासंघ के अध्यक्षों ने बताया कि केंद्र सरकार ने विवाह समारोह में 100 लोगों की संख्या निर्धारित की हुई है. लेकिन राज्य सरकार ने इसे घटाते हुए 50 कर दिया है.
शादी समारोह में लोगों की संख्या कम होने के चलते व्यवसाय पर काफी असर पड़ रहा है. टेंट वालों ने जो मैरिज होम किराए पर ले रखे हैं. उनका भी किराया उन्हें भरना पड़ रहा है. साथ ही स्टाफ को भी पैसे देने पड़ रहे हैं और व्यवसाय पूरी तरह से चौपट है. रैली में शामिल हुए लोगों ने बताया कि कोरोना काल में घर चलाना मुश्किल हो गया है. सरकार को चाहिए की वो शादी समारोह में लोगों को गाइडलाइन के साथ शामिल होने की छूट दे. जिससे की उनका भी व्यवसाय ठप ना पड़े.