अलवर. सरिस्का में आए दिन वन्यजीवों के घायल होने के मामले सामने आ रहे हैं. अलवर-जयपुर सड़क मार्ग सरिस्का के बीचों बीच से होकर गुजरता है. इस पर वाहनों का दबाव रहता है. जिसके चलते आए दिन सांप, मोर, कबूतर, सांभर व नीलगाय सहित अन्य वन्य जीव पक्षियों के घायल हो जाते हैं.
शनिवार रात इसी हाइवे पर एक गांव में राष्ट्रीय पक्षी मोर के घायल अवस्था (Peacock found injured in Sariska alwar) में मिला था. वन विभाग को किसी ने सड़क पर घायल मोर होने की सूचना दी थी. इस पर वन विभाग की टीम ने मोर को रेस्क्यू किया, इलाज कराया (Peacock treatment in Sariska) और वापस जंगल में छोड़ा.
खेड़ली गांव में मिला था मोर
सरिस्का (Sariska Wildlife) बाघ परियोजना क्षेत्र के ग्राम खेड़ली में शनिवार रात को एक मोर घायल अवस्था में मिला था. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी. वन विभाग के कर्मचारियों ने मोर का रेस्क्यू किया और सरिस्का के वन्यजीव डॉक्टर ने मोर का इलाज (Peacock treatment in Sariska) किया. सरिस्का एरिया में आए दिन इस तरह के मामले सामने आते हैं. सरिस्का एरिया में शिकारियों के होने के भी शिकायत मिलती है. लेकिन उसके बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
सरिस्का (Sariska Tiger Project Area) के अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही मोर के घायल होने की सूचना मिली, तुरंत वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मोर का रेस्क्यू किया है. उसका इलाज किया गया और ठीक होने के बाद वापस जंगल में छोड़ दिया. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि लगातार वन विभाग की टीम इस तरह के कार्य में जुटी रहती है. डॉक्टर भी हमेशा सक्रिय रहते हैं.