अलवर. देशभर में प्याज के दाम बढ़ रहे हैं. इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है. कई साल बाद किसानों को प्याज की फसल में फायदा हुआ है. ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि प्याज की फसल उनका कर्जा पूरा करेगी.
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में ज्यादा बारिश होने के चलते प्याज की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी. इसलिए लगातार प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई. अलवर की प्याज बाजार में आने के बाद प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई. देश भर की मंडियों में 100 रुपए किलो तक प्याज बिक रही है. ऐसे में होलसेल मार्केट में प्याज 60 से 65 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है.
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व्यापारियों ने कहा कि किसानों का कर्ज ना तो केंद्र सरकार ने माफ किया, ना ही राज्य सरकार ने माफ किया. किसानों का कर्ज केवल प्याज चुकता करेगी. प्याज के किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं. एक बीघा में पैदा होने वाली प्याज के किसान को ढाई से तीन लाख रुपए मिल रहे हैं. जबकि प्याज के बीज पानी और प्याज की फसल में सभी तरह के खर्चों को मिलाकर 40 से 50 हजार रुपए तक का खर्चा आता है.
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मंडी समिति अध्यक्ष पप्पू सैनी ने कहा की मंडी में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. दूरदराज से आने वाले किसानों को मंडी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मंडी में ना ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और ना ही शौचालय के इंतजाम हैं. मंडी में बैठने तक के इंतजाम नहीं है. ऐसे में सरकार को मंडियों पर ध्यान देना चाहिए. अलवर मंडी देश की चुनिंदा बड़ी मंडियों में शामिल है. उसके बाद भी यहां हालात काफी खराब है. इसका सीधा असर किसान पर पड़ता है. किसान और व्यापारी मिलकर मंडी में व्यवस्था चला रहा है. सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं है.