ETV Bharat / city

केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने नहीं किया कर्ज माफ, प्याज चुकाएगी किसानों का कर्ज

author img

By

Published : Dec 6, 2019, 3:25 AM IST

अलवर सहित देशभर में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है. व्यापारियों का कहना है कि किसानों का कर्ज सरकार ने माफ नही किया लेकिन अब प्याज के बढ़ते दाम ही किसानों के कर्ज चुका सकती है.

alwar news,  Onion prices rising in Alwar, अलवर में बढ़ रही प्याज की कीमतें ,  अलवर की खबर
प्याज की बढ़ती किमत ही चुकाएगी किसानों के कर्ज

अलवर. देशभर में प्याज के दाम बढ़ रहे हैं. इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है. कई साल बाद किसानों को प्याज की फसल में फायदा हुआ है. ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि प्याज की फसल उनका कर्जा पूरा करेगी.

प्याज की बढ़ती किमत ही चुकाएगी किसानों के कर्ज

महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में ज्यादा बारिश होने के चलते प्याज की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी. इसलिए लगातार प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई. अलवर की प्याज बाजार में आने के बाद प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई. देश भर की मंडियों में 100 रुपए किलो तक प्याज बिक रही है. ऐसे में होलसेल मार्केट में प्याज 60 से 65 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है.

पढ़ेंः अलवर में चोरों के हौसले बुलंद, सूने मकान का ताला तोड़कर सामान पार

व्यापारियों ने कहा कि किसानों का कर्ज ना तो केंद्र सरकार ने माफ किया, ना ही राज्य सरकार ने माफ किया. किसानों का कर्ज केवल प्याज चुकता करेगी. प्याज के किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं. एक बीघा में पैदा होने वाली प्याज के किसान को ढाई से तीन लाख रुपए मिल रहे हैं. जबकि प्याज के बीज पानी और प्याज की फसल में सभी तरह के खर्चों को मिलाकर 40 से 50 हजार रुपए तक का खर्चा आता है.

पढ़ेंः बहरोड़ : 2 ट्रकों की टक्कर में एक शख्स की मौत, डेढ़ घंटे तक केबिन में फंसे रहे दोनों ड्राइवर

मंडी समिति अध्यक्ष पप्पू सैनी ने कहा की मंडी में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. दूरदराज से आने वाले किसानों को मंडी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मंडी में ना ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और ना ही शौचालय के इंतजाम हैं. मंडी में बैठने तक के इंतजाम नहीं है. ऐसे में सरकार को मंडियों पर ध्यान देना चाहिए. अलवर मंडी देश की चुनिंदा बड़ी मंडियों में शामिल है. उसके बाद भी यहां हालात काफी खराब है. इसका सीधा असर किसान पर पड़ता है. किसान और व्यापारी मिलकर मंडी में व्यवस्था चला रहा है. सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं है.

अलवर. देशभर में प्याज के दाम बढ़ रहे हैं. इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है. कई साल बाद किसानों को प्याज की फसल में फायदा हुआ है. ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि प्याज की फसल उनका कर्जा पूरा करेगी.

प्याज की बढ़ती किमत ही चुकाएगी किसानों के कर्ज

महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में ज्यादा बारिश होने के चलते प्याज की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी. इसलिए लगातार प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई. अलवर की प्याज बाजार में आने के बाद प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई. देश भर की मंडियों में 100 रुपए किलो तक प्याज बिक रही है. ऐसे में होलसेल मार्केट में प्याज 60 से 65 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है.

पढ़ेंः अलवर में चोरों के हौसले बुलंद, सूने मकान का ताला तोड़कर सामान पार

व्यापारियों ने कहा कि किसानों का कर्ज ना तो केंद्र सरकार ने माफ किया, ना ही राज्य सरकार ने माफ किया. किसानों का कर्ज केवल प्याज चुकता करेगी. प्याज के किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं. एक बीघा में पैदा होने वाली प्याज के किसान को ढाई से तीन लाख रुपए मिल रहे हैं. जबकि प्याज के बीज पानी और प्याज की फसल में सभी तरह के खर्चों को मिलाकर 40 से 50 हजार रुपए तक का खर्चा आता है.

पढ़ेंः बहरोड़ : 2 ट्रकों की टक्कर में एक शख्स की मौत, डेढ़ घंटे तक केबिन में फंसे रहे दोनों ड्राइवर

मंडी समिति अध्यक्ष पप्पू सैनी ने कहा की मंडी में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. दूरदराज से आने वाले किसानों को मंडी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मंडी में ना ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और ना ही शौचालय के इंतजाम हैं. मंडी में बैठने तक के इंतजाम नहीं है. ऐसे में सरकार को मंडियों पर ध्यान देना चाहिए. अलवर मंडी देश की चुनिंदा बड़ी मंडियों में शामिल है. उसके बाद भी यहां हालात काफी खराब है. इसका सीधा असर किसान पर पड़ता है. किसान और व्यापारी मिलकर मंडी में व्यवस्था चला रहा है. सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं है.

Intro:अलवर
अलवर सहित देशभर में प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है। कई साल बाद किसानों को प्याज की फसल में फायदा हुआ है। ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि प्याज की फसल उनका करजा पूरा करेगी।


Body:महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व आंध्र प्रदेश में ज्यादा बारिश होने के चलते प्याज की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी। इसलिए लगातार प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई। अलवर की प्याज बाजार में आने के बाद प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई। देश भर की मंडियों में 100 रुपए किलो तक प्याज बिक रही है। ऐसे में होलसेल मार्केट में प्याज 60 से 65 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। व्यापारियों ने कहा कि किसानों का कर्ज ना तो केंद्र सरकार ने माफ किया। ना ही राज्य सरकार ने माफ किया। किसानों का कर्ज केवल प्याज चुकता करेगी। प्याज के किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं। एक बीघा में पैदा होने वाली प्याज के किसान को ढाई से तीन लाख रुपए मिल रहे हैं। जबकि प्याज के बीज पानी व प्याज की फसल में सभी तरह के खर्चों को मिलाकर 40 से 50 हजार रुपए तक का खर्चा आता है।


Conclusion:मंडी समिति अध्यक्ष पप्पू सैनी ने कहा की मंडी में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। दूरदराज से आने वाले किसानों को मंडी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मंडी में ना ही पीने के पानी की व्यवस्था है व ना ही शौचालय के इंतजाम हैं। मंडी में बैठने तक के इंतजाम नहीं है। ऐसे में सरकार को मंडियों पर ध्यान देना चाहिए। अलवर मंडी देश की चुनिंदा बड़ी मंडियों में शामिल है। उसके बाद भी यहां हालात खराब है। इसका सीधा असर किसान पर पड़ता है। किसान व व्यापारी मिलकर मंडी में व्यवस्था चला रहा है। सरकार व प्रशासन का कोई इंतजाम नहीं है।

बाइट-पप्पू सैनी, अध्यक्ष, मंडी समिति
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.