अलवर. शुगर, बीपी और मानसिक रोग सहित अन्य बीमारियों से परेशान मरीजों के लिए राहत की खबर है. अब उन्हें अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल से एक माह की दवाई एक साथ मिल सकेगी. इसके लिए मरीजों को बार-बार अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी में 4000 से अधिक मरीज आते हैं. अलवर के अलावा दौसा, भरतपुर, नूह, मेवात सहित कई जिलों से मरीज इलाज के लिए सामान्य अस्पताल में पहुचते हैं. इनमें बड़ी संख्या में मरीज लंबी बीमारी के भी शामिल रहते हैं. इसमें शुगर, बीपी, मानसिक रोग सहित अन्य बीमारी शामिल होती है.
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अभी तक प्रत्येक मरीज को 7 दिन और अधिक से अधिक 15 दिनों की दवाई देने का प्रावधान था. ऐसे में लंबी बीमारी के मरीजों को दवा के लिए अस्पताल में कई चक्कर लगाने पड़ते थे. ऐसे में दूरदराज से आने वाले मरीजों को इसमें खासी परेशानी उठानी पड़ती थी. मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने लंबी बीमारी से ग्रसित मरीजों को एक माह की दवाई देने का फैसला लिया है.
अस्पताल प्रशासन की मानें तो इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. वहीं कुछ मरीज अस्पताल प्रशासन के इस फैसले का भी गलत फायदा उठाते हुए नजर आ रहे हैं. पर्ची काउंटर पर काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि कुछ मरीज 2 पर्चियों में लगातार दवाई लिखवा रहे हैं. इससे दवाई का दुरुपयोग होगा व दवा की कमी आएगी. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मरीजों को सेवा का लाभ मिल सके, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाते हैं. लेकिन इसके लिए मरीजों को भी अस्पताल प्रशासन की मदद करनी चाहिए.