अलवर. राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों को खासी परेशानियां उठानी पड़ रही थी. लॉकडाउन के चलते मरीज के परिजनों को भोजन नहीं मिल रहा था. अस्पताल के बाहर रात के समय बैठने, शौचालय की व्यवस्था को लेकर परिजन लगातार परेशानी झेल रहे थे. ईटीवी भारत ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और मरीजों के परिजनों को निशुल्क खाने की व्यवस्था की गई है. साथ ही अब अस्पताल के आस-पास के सुलभ शौचालयों में मरीज के परिजनों को कोई शुल्क नहीं देना होगा.
राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में कोरोना के 300 से अधिक मरीज भर्ती हैं. इसमें 180 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. साथ ही वेंटिलेटर व आईसीयू में भी मरीज भर्ती हैं. एक मरीज के साथ दो से तीन परिजन इलाज के लिए आते हैं. अस्पताल में मरीज के परिजनों के बैठने, रात के समय सोने की कोई व्यवस्था नहीं है. लॉकडाउन के चलते अस्पताल के आस-पास बाजार में दुकानें बंद हैं. ऐसे में भोजन के लिए परिजनों को खासा परेशान होना पड़ता है.
साथ ही शौचालय के भी अस्पताल में कोई इंतजाम नहीं हैं. मरीज के परिजनों को होने वाली इस समस्या को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और राजीव गांधी सामान्य अस्पताल प्रशासन की तरफ से मरीजों को खाना सप्लाई करने वाले एनजीओ को परिजनों को भी खाना देने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा अस्पताल परिसर के आसपास क्षेत्र में मौजूद सुलभ शौचालय को मरीज के परिजनों के लिए निशुल्क कर दिया गया है.
जिले की कई सामाजिक संस्था, एनजीओ लगातार ईटीवी भारत की टीम से संपर्क कर रही हैं और खाना, चाय-नाश्ते की व्यवस्था के लिए अपना सहयोग देने को तैयार हैं. इस संबंध में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से भी संपर्क किया गया है. मरीज के परिजनों को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसका प्रयास किया जा रहा है. साथ ही वो संक्रमण से बच सकें. इसके लिए अस्पताल प्रशासन की तरफ से अन्य व्यवस्थाएं भी की गई हैं. प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने कहा की मरीज के साथ आने वाले परिजनों को दवाई उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही डिस्चार्ज से पहले परिजनों का आरटीपीसीआर टेस्ट होगा. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर मरीज के परिजनों का भी तुरंत इलाज शुरू हो सकेगा.