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अलवर सरस डेयरी में 125 करोड़ की लागत से बनेगा नया प्लांट, प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध की होगी क्षमता

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Published : Dec 14, 2019, 10:56 PM IST

सरस डेयरी में जल्द ही 125 करोड़ रुपए की लागत से नया प्लांट बनने जा रहा है. डेयरी में बनने वाले इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध रहेगी. इसके लिए जिले के समीपवर्ती जिलों से भी दूध खरीद कर लाया जाएगा और दूध की सप्लाई दिल्ली एनसीआर में भी की जाएगी.

सरस डेयरी में बनेगा नया प्लांट, New plant to be built in Saras Dairy
सरस डेयरी में बनेगा नया प्लांट

अलवर. सरस डेयरी में जल्द ही करीब 125 करोड़ रुपए की लागत से 4 लाख लीटर दूध पैकेजिंग और वितरण के लिए प्लांट लगाया जाएगा. इसके लिए सरकार को प्रस्ताव बना कर भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति हो गई है. जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा.

सरस डेयरी में 125 करोड़ की लागत से बनेगा नया प्लांट

बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर 50 फीसदी राशि सरकार की ओर से अनुदान दिया जाएगा, जबकि 50 फीसदी लागत अलवर डेयरी वहन करेगी. वर्तमान में जिले में दूध के प्लांट की क्षमता 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन की है, जिसकी वजह से अधिक दूध आने पर उसे दूसरी डेयरियों को सीधा भेजना पड़ता है. सरस डेयरी के नए प्लांट बन जाने के बाद दूध की सप्लाई दिल्ली एनसीआर में भी की जाएगी.

पढ़ें- अलवर : नए साल से बढ़ेंगे दूध के दाम, अब 100 रुपए लीटर पर खरीदेगा 'सरस डेयरी'

अलवर जिले में पूर्व में 44 बीएमसी (दुग्ध संग्रहण केंद्र) थे जो अब बढ़कर 226 हो गई है. इसके अलावा अलवर, दौसा और हरियाणा के बॉर्डर पर लगते हुए गांवो से दूध अलवर डेयरी में बेचने के लिए दुग्ध उत्पादक लगातार संपर्क कर रहे हैं. इसलिए अब अलवर डेयरी नया प्लांट लगा कर अधिक दूध किसानों का खरीद कर उपभोक्ताओं को शुद्ध दूध सप्लाई किया जाएगा.

डेयरी चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने बताया कि अलवर डेयरी को हाईटेक करके अधिक से अधिक शुद्ध दूध उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने के लिए नया प्लांट लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इससे दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा मिलेगा. मीणा ने कहा कि अलवर डेयरी उपभोक्ताओं को शुद्ध दूध सप्लाई के लिए कटिबद्ध है.

अलवर. सरस डेयरी में जल्द ही करीब 125 करोड़ रुपए की लागत से 4 लाख लीटर दूध पैकेजिंग और वितरण के लिए प्लांट लगाया जाएगा. इसके लिए सरकार को प्रस्ताव बना कर भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति हो गई है. जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा.

सरस डेयरी में 125 करोड़ की लागत से बनेगा नया प्लांट

बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर 50 फीसदी राशि सरकार की ओर से अनुदान दिया जाएगा, जबकि 50 फीसदी लागत अलवर डेयरी वहन करेगी. वर्तमान में जिले में दूध के प्लांट की क्षमता 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन की है, जिसकी वजह से अधिक दूध आने पर उसे दूसरी डेयरियों को सीधा भेजना पड़ता है. सरस डेयरी के नए प्लांट बन जाने के बाद दूध की सप्लाई दिल्ली एनसीआर में भी की जाएगी.

पढ़ें- अलवर : नए साल से बढ़ेंगे दूध के दाम, अब 100 रुपए लीटर पर खरीदेगा 'सरस डेयरी'

अलवर जिले में पूर्व में 44 बीएमसी (दुग्ध संग्रहण केंद्र) थे जो अब बढ़कर 226 हो गई है. इसके अलावा अलवर, दौसा और हरियाणा के बॉर्डर पर लगते हुए गांवो से दूध अलवर डेयरी में बेचने के लिए दुग्ध उत्पादक लगातार संपर्क कर रहे हैं. इसलिए अब अलवर डेयरी नया प्लांट लगा कर अधिक दूध किसानों का खरीद कर उपभोक्ताओं को शुद्ध दूध सप्लाई किया जाएगा.

डेयरी चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने बताया कि अलवर डेयरी को हाईटेक करके अधिक से अधिक शुद्ध दूध उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने के लिए नया प्लांट लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इससे दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा मिलेगा. मीणा ने कहा कि अलवर डेयरी उपभोक्ताओं को शुद्ध दूध सप्लाई के लिए कटिबद्ध है.

Intro:एंकर...अलवर सरस डेयरी में जल्द 125 करोड़ रुपये की लागत से नया प्लांट बनने जा रहा है। अलवर डेयरी में बनने वाले इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध रहेगी। इसके लिए अलवर जिले से समीपवर्ती जिलों से भी दूध खरीद कर लाया जाएगा और किसानों और पशु पालकों को अच्छे दाम पर डेयरी दूध खरीद कर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करेगी। दूध के अन्य प्रोडक्ट से भी डेयरी अतीरिक्त आय अर्जित करेगी तो पशुपालको को इसका लाभ मिलेगा।Body:अलवर जिले में दूध उत्पादकों ओर उपभोक्ताओ के लिए नई खुशखबरी लेकर अलवर सरस डेयरी आई है। अलवर सरस डेयरी में जल्द करीब 125 करोड़ रुपये की लागत से 4 लाख लीटर दूध पैकेजिंग ओर वितरण के लिए प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए सरकार उओ प्रस्ताव बना कर भेजा गया था जो स्वीकृत हो गई है ।जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 50 फीसदी राशि सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा जबकि 50 फीसदी लागत अलवर डेयरी वाहन करेगी। अलवर जिले में वर्तमान में दूध के प्लांट की क्षमता डेड लाख लीटर प्रतिदिन की है। जिसकी वजह से अधिक दूध आने पर उसे दूसरी डेयरियों को सीधा भेजना पड़ता है। अलवर जिले में पूर्व में 44 बीएमसी (दुग्ध संग्रहण केंद्र) थे जो अब बढ़कर 226 हो गई है। इसके अलावा अलवर दोसा ओर हरियाणा के बॉर्डर पर लगते हुए गांवो से दूध अलवर डेयरी में बेचने के लिए दुग्ध उत्पादक लगातार संपर्क कर रहे है। इसलिए अब अलवर डेयरी नया प्लांट लगा कर अधिक दूध किसानों का खरीद कर उपभोक्ताओं को शुध्द दूध सप्लाई किया जाएगा। इसकये अलावा स्कूलों में डेयरी से दूध सप्लाई की व्यवस्था को पृरी हो सकेगी।
Conclusion:डेयरी चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने बताया कि अलवर डेयरी को हाईटेक करके अधिक से अधिक शुद्ध दूध उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने के लिए नया प्लांट लगाया जा रहा है जिससे दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा मिलेगा । उन्होंने कहा अलवर डेयरी उपभोक्ताओं को शुध्द दूध सप्लाई के लिए कटिबध्द है।
वाइट ...बन्नाराम मीणा ...डेयरी चेयरमैन
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