अलवर. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए 14 अप्रैल तक लॉक डाउन कर दिया है. लॉक डाउन की घोषणा होने के 2 दिन बाद देश के विभिन्न राज्यों के रहने वाले मजदूर, गरीब और रेहड़ी पटरी वाले सहित बड़ी संख्या में लोग अपने घर को जाने लगे. ऐसे में ट्रेन और बस सेवा बंद होने के कारण लोग पैदल ही पलायन करने लगे. जिसके कारण कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना बढ़ गया. इसलिए सरकार की तरफ से सभी तरह की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई. प्रदेश सरकार के आदेश के बाद अलवर की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. बड़ी संख्या में पुलिस बल सीमाओं पर तैनात है.
जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा जो लोग जहां पर है, वो वहीं रुक जाए. सभी को खाने की सुविधा प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी. जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकार के आदेश पर शुरुआत में बसों की मदद से लोगों को उनके राज्यों की सीमाओं तक पहुंचाया गया था. लेकिन इससे संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना बढ़ गया. इसलिए सरकार ने तुरंत इस व्यवस्था को रोकने के निर्देश दिए और सभी को जिस जगह पर है वहीं पर रुकने के निर्देश दिए.
ये पढ़ें- Corona से गांव की सुरक्षा में प्रहरी बने युवा, सड़क पर लिखवाया स्लोगन- प्रवेश मना है
अलवर में प्रशासन की तरफ से सभी लोगों को भोजन और राशन किट उपलब्ध कराई जा रही है. सभी सीमाओं पर पुलिस के साथ मेडिकल टीमों को भी तैनात कर दिया गया है. आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रिकॉर्ड लिखा जा रहा है. उसकी जांच की जा रही है। तो वहीं उसके हाथ पर विशेष इंक वाली मोहर लगाई जा रही है। जिससे उसकी पहचान हो सके.