अलवर. एक ओर जहां गर्मी के मौसम में शहर में पानी की किल्लत बनी हुई है और शहरवासी पानी की समस्या को लेकर प्रतिदिन जलदाय विभाग और जिला कलेक्टर के पास पहुंच रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अलवर-दिल्ली हाइवे पर जेएस फोर व्हील के सामने जलदाय विभाग और रोड के ठेकेदार की लापरवाही के चलते पानी की पाइप लाइन लीकेज होने या फूटने के कारण लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है.
शहर में पानी का संकट इतना बढ़ता जा रहा है कि प्रशासन कोरोना वायरस की आड़ में शहर की जनता की सुनवाई करने में विफल साबित हो रहे है. पिछले साल भी पानी की समस्या बरकरार थी. बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लोकिन अब सभी दावों की पोल खुलते नजर आ रही है.
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हालात यह है कि जिला कलेक्टर हर मीटिंग में पानी की समस्या को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हैं, लेकिन पेयजल संकट से पीड़ित लोगों का दायरा बढ़ता जा रहा है. इस संबंध में ना प्रशासनिक अधिकारी कुछ करते हैं, ना जलदाय विभाग के अधिकारी कुछ करते हैं.
आज ऐसा ही नजारा हनुमान चौराहे से दिल्ली रोड की तरफ जेएस फोर व्हील के सामने देखने को मिला. जहां जलदाय विभाग और रोड बनाने वाले ठेकेदार की लापरवाही सामने आई. इस रोड को चौड़ा करने की कार्रवाई चल रही है. जेसीबी से काम करते वक्त पेयजल सप्लाई की मुख्य लाइन क्षतिग्रस्त हो गई. जिससे सड़क के किनारे लाखों लाखों लीटर पानी बहता चला गया.
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मंगलवार सुबह इसका पता उस वक्त लगा, जब आसपास के नागरिक घूमने के लिए गए. उन्होंने देखा कि पाइप लाइन टूटी हुई है और पानी बर्बाद हो रहा है. इसकी सूचना जलदाय अधिकारियों को भी दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई दोपहर तक नहीं की गई. पाइप लाइन फूटने से लाखों लीटर पानी बह गया, जो सैकड़ों लोगों को काम आता.