अलवर. अलवर की सिलीसेढ़ झील मगरमच्छों का पसंदीदा स्थान बन चुकी है. झील और उसके आसपास के क्षेत्र में 500 से ज्यादा मगरमच्छ हैं. इनको देखने के लिए प्रतिदिन बड़ी की संख्या में पर्यटक आते हैं. सर्दी के मौसम में धूप लेने के लिए मगरमच्छ पानी से बाहर आते हैं.
मगरमच्छ के चलते सिलीसेढ़ झील व उसके आसपास क्षेत्र को नई पहचान मिली है. सिलीसेढ़ झील के आसपास क्षेत्र में तीन से चार छोटे तालाब हैं. एक तालाब में 100 से ज्यादा मगरमच्छ आसानी से देखे जा सकते हैं. वैसे तो सरिस्का के जंगल क्षेत्र में भी बने तालाब में मगरमच्छ हैं, लेकिन सिलीसेढ़ झील के आसपास मगरमच्छ आसानी से देखे जा सकते हैं.
वन विशेषज्ञों की मानें तो सर्दी के मौसम में धूप लेने के लिए मगरमच्छ पानी से बाहर आते हैं. वन्यजीव विशेषज्ञ ने बताया कि अलवर में मगरमच्छ शांत प्रकृति के (Siliserh Lake crocodiles calm by nature) हैं. सैंकड़ों मगरमच्छ होने के बाद भी लोगों व जानवरों पर मगरमच्छों के हमले की घटनाएं नहीं होती है.