अलवर. सोलंकी अस्पताल में जापान के रहने वाले 53 साल के नोबोटोकाटो भर्ती हैं. जो अलवर के नीमराणा में इस्कांस्का कंपनी के एमडी हैं, जिनका पांच दिन से सोलंकी अस्पताल में कोरोना का इलाज चल रहा है. अमेरिका के डॉक्टर लगातार अलवर के डॉक्टरों के संपर्क में हैं. पहले से उनकी हालत में सुधार हुआ है लेकिन, अब भी वो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. उनको अलवर से दिल्ली ले जाने की तैयारी है. लेकिन, वहां भी उनको बेड नहीं मिल पा रहा है. दिल्ली से एयरलिफ्ट करके उनको जापान के टोकियो ले जाने की तैयारी है.
बता दें, नोबोटोकाटो के भाई के दोस्त अमरिका में लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन हैं. नोबोटोकाटो बीमार हुए तो उनको सोलंकी अस्पताल में भर्ती कराया. पांच दिन में उनके रेमडेसिविर इंजेक्शन लग चुके हैं. इसके बाद उनकी हालत में काफी सुधार तो हुआ है. इसलिए उनको दिल्ली के अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है. वहां से उनको सीधे जापान लेकर जाया जाएगा, फिर वहीं इलाज चलेगा. असल में, चिकित्सक पोस्ट काेविड को भी गंभीरता से लेने लगे हैं. कोविड होने के बाद भी मरीजों में कई तरह के कॉम्पलीकेशन सामने आते हैं.
यह भी पढ़ें: SPECIAL : अलवर में 'सांस' की तलाश : दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में नहीं मिल रहा इलाज, अब अलवर से आस
सोलंकी अस्पताल के डॉ विक्रांत सोलंकी ने कहा, उनकी हालत पहले से ठीक है. वो अपने आप खुद से शौचालय जाते हैं. इसके अलावा अन्य कार्य भी खुद कर रहे हैं. उनके एक डॉक्टर संपर्क में हैं, जो एयरलिफ्ट करने सहित अन्य कार्य को कोडिनेट कर रहे हैं. उनकी पल्स भी स्थित है, हालांकि वो भी आप ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. लेकिन खतरे की कोई बात नहीं है.