बहरोड़ (अलवर). हत्या के बाद अलवर एसपी बहरोड़ थाने पहुंचे और मामले की जानकारी लेकर अधिकारियों को जांच के आदेश दिए. बता दें कि सोमवार दोपहर को जसराम गुर्जर अपने ही गांव जैनपुर बास में दुकान पर सामान लेने जा रहे थे. ऐसे में बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दिया.
गुर्जर गांव के बीच में बने शंकर मंदिर के सामने जा गिरे. ऐसे में आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं कैलाश अस्पताल के डॉक्टर आदर्श अग्रवाल ने बताया कि जसराम गुर्जर को 6 गोलियां लगी हैं. इसमें एक गोली गुर्जर के सर में लगी. इसके बाद उनकी मौत हो गई. पुलिस ने गुर्जर के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. जहां देर शाम गुर्जर के शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए.
कुछ यूं थी जसराम गुर्जर की कहानी...
जसराम गुर्जर पर करीब 12 से अधिक मामले दर्ज हैं. करीब चार महीने पहले विक्रम लादेन गैंग के एक बदमाश को मारने का आरोप गुर्जर पर लगा था. इसके बाद से गुर्जर फरार चल रहा था. लेकिन जमानत कराने के बाद वह घर पर ही रह रहा था. पहाड़ी गांव के विक्रम लादेन और गुर्जर के बीच कई बार गैंग वार हो चुकी थी. दोनों गैंग एक दूसरे के खून के प्यासे थे, जिसके कारण सरेआम फायरिंग करते थे.
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जानकारी में सामने आ रहा है बाहरी गैंग का भी जसराम गुर्जर के हत्याकांड में हाथ हो सकता है. इसलिए पुलिस हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है. अब पुलिस के लिए सबसे बड़ा सवाल रहेगा की जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा करे.