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सरिस्का खतरे में है, बचाने के लिए अब सड़क पर उतरना होगा : किरोड़ी लाल मीणा

सरिस्का के आसपास क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल ने बड़ा बयान दिया है. सोमवार को अलवर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरिस्का खतरे में है. इसे बचाने के लिए सड़क पर उतरेंगे और गहलोत सरकार से लड़ाई लड़ेंगे.

किरोड़ी लाल मीणा
किरोड़ी लाल मीणा
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Published : Sep 19, 2022, 7:10 PM IST

अलवर. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरिस्का को बचाने के लिए अब सड़क पर उतरना होगा. सरिस्का के आसपास क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है. अधिकारियों के साथ मिलकर बाहर के लोग खुलेआम (Illegal Mining in Area Around Sariska) खनन कर रहे हैं. सरकारी जमीन का बंदरबांट हो रहा है. सैकड़ों बीघा जमीन लोगों ने अधिकारियों से सांठगांठ करके अपने नाम कर ली, जबकि सरिस्का के आसपास क्षेत्र में एनजीटी की रोक है. उसके बाद भी पूरा खेल चल रहा है.

ऐसे में सरिस्का को बचाने के लिए मंगलवार को सुबह 11 बजे थानागाजी से रैली के रूप में सरिस्का गेट से पांडुपोल तक जाएंगे. इस दौरान हजारों की संख्या में युवा व लोग मौजूद रहेंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने सोमवार को अलवर के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा सरिस्का खतरे में है. सरिस्का के आसपास क्षेत्र में Kirodi Lal on Sariska) अवैध खनन हो रहा है. अधिकारियों से मिलीभगत करके खान मालिक सीटीओ जारी करवा रहे हैं. जबकि एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन है कि सरिस्का क्षेत्र में खनन गतिविधि नहीं होंगी.

क्या कहा किरोड़ी लाल ने...

इसके अलावा तालाब नदी के भराव क्षेत्र में सरकारी जमीन पर होटल, रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट बन गए हैं. कई बड़े होटल सरकारी जमीनों पर बने हुए हैं तो कुछ होटल नदी व तालाब क्षेत्र में बने हैं. सरकार व एनजीटी की रोक के बाद भी लगातार होटल, रिसॉर्ट के निर्माण कार्य चल रहे हैं. सरकार व अधिकारियों की देखरेख में यह खेल हो रहा है. अधिकारी इसमें मिले हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र में अपने पशु नहीं चला सकते हैं, इस पर रोक लगी हुई है. जबकि बाहर के लोग लगातार रजिस्ट्री कराने में लगे हुए हैं. गणेशपुरा गांव में 160 बीघा से ज्यादा की जमीन लोगों को हस्तांतरित कर दी गई, जबकि एनजीटी में सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी हुई है.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि गांव के लोग रजिस्ट्री कराने के लिए परेशान होते हैं. श्रमिकों को रोजगार नहीं मिलता है. स्थानीय लोगों के खासी परेशानियां हैं, लेकिन अधिकारी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं. ग्रामीण अपने काम को लेकर सरकारी कार्यालयों में चक्कर लगाते हैं, उनकी सुनवाई नहीं होती है. इन सब समस्याओं को लेकर मंगलवार को सुबह 11 बजे से एक पैदल मार्च निकाला जाएगा, जो सरिस्का गेट से होता हुआ सरिस्का स्थित पांडुपोल मंदिर तक जाएगा. प्रशासन की तरफ से सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला तो धरना दिया जाएगा.

पढ़ें : Illegal Mining: वन विभाग ने वन क्षेत्र में अवैध खनन रोकने का निकाला यह तरीका

इस संबंध में मुख्यमंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों को (Illegal Mining in Rajasthan) अवगत कराया जा चुका है. सरिस्का के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि सकारात्मक रूप से बात की जाएगी. सभी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरिस्का क्षेत्र में होटल निर्माण के अलावा कई अवैध कार्य हो रहे हैं. सरकार को तुरंत प्रभाव से इन पर रोक लगाने की आवश्यकता है.

पूर्व मंत्री ने भी लगाए थे आरोप : जमीनों के हस्तांतरण और अवैध खनन के गंभीर आरोप पूर्व मंत्री नसरू खां भी लगा चुके हैं. इस संबंध में आईएएस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. इस दौरान किरोड़ी लाल ने अलवर ग्रामीण विधायक व मंत्री टीकाराम जूली, रामगढ़ विधायक साफिया खान सहित कई विधायक-नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि हजारों बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया गया. सरकारी जमीन को नेता अपने लोगों के नाम जुड़वाने में लगे हैं. करोड़ों-अरबों रुपए का जिले में घोटाला हो रहा है. सरकारी पहाड़ तक अपने कब्जे में ले लिए.

पढ़ें : कांग्रेस विधायक साफिया खान पर अवैध खनन गिरोह चलाने का आरोप, शिकायत कर्ता ने जिला SP से लेकर राष्ट्रपति तक इच्छा मृत्यु का भेजा पत्र

अलवर. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरिस्का को बचाने के लिए अब सड़क पर उतरना होगा. सरिस्का के आसपास क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है. अधिकारियों के साथ मिलकर बाहर के लोग खुलेआम (Illegal Mining in Area Around Sariska) खनन कर रहे हैं. सरकारी जमीन का बंदरबांट हो रहा है. सैकड़ों बीघा जमीन लोगों ने अधिकारियों से सांठगांठ करके अपने नाम कर ली, जबकि सरिस्का के आसपास क्षेत्र में एनजीटी की रोक है. उसके बाद भी पूरा खेल चल रहा है.

ऐसे में सरिस्का को बचाने के लिए मंगलवार को सुबह 11 बजे थानागाजी से रैली के रूप में सरिस्का गेट से पांडुपोल तक जाएंगे. इस दौरान हजारों की संख्या में युवा व लोग मौजूद रहेंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने सोमवार को अलवर के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा सरिस्का खतरे में है. सरिस्का के आसपास क्षेत्र में Kirodi Lal on Sariska) अवैध खनन हो रहा है. अधिकारियों से मिलीभगत करके खान मालिक सीटीओ जारी करवा रहे हैं. जबकि एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन है कि सरिस्का क्षेत्र में खनन गतिविधि नहीं होंगी.

क्या कहा किरोड़ी लाल ने...

इसके अलावा तालाब नदी के भराव क्षेत्र में सरकारी जमीन पर होटल, रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट बन गए हैं. कई बड़े होटल सरकारी जमीनों पर बने हुए हैं तो कुछ होटल नदी व तालाब क्षेत्र में बने हैं. सरकार व एनजीटी की रोक के बाद भी लगातार होटल, रिसॉर्ट के निर्माण कार्य चल रहे हैं. सरकार व अधिकारियों की देखरेख में यह खेल हो रहा है. अधिकारी इसमें मिले हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्र में अपने पशु नहीं चला सकते हैं, इस पर रोक लगी हुई है. जबकि बाहर के लोग लगातार रजिस्ट्री कराने में लगे हुए हैं. गणेशपुरा गांव में 160 बीघा से ज्यादा की जमीन लोगों को हस्तांतरित कर दी गई, जबकि एनजीटी में सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी हुई है.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि गांव के लोग रजिस्ट्री कराने के लिए परेशान होते हैं. श्रमिकों को रोजगार नहीं मिलता है. स्थानीय लोगों के खासी परेशानियां हैं, लेकिन अधिकारी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं. ग्रामीण अपने काम को लेकर सरकारी कार्यालयों में चक्कर लगाते हैं, उनकी सुनवाई नहीं होती है. इन सब समस्याओं को लेकर मंगलवार को सुबह 11 बजे से एक पैदल मार्च निकाला जाएगा, जो सरिस्का गेट से होता हुआ सरिस्का स्थित पांडुपोल मंदिर तक जाएगा. प्रशासन की तरफ से सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला तो धरना दिया जाएगा.

पढ़ें : Illegal Mining: वन विभाग ने वन क्षेत्र में अवैध खनन रोकने का निकाला यह तरीका

इस संबंध में मुख्यमंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों को (Illegal Mining in Rajasthan) अवगत कराया जा चुका है. सरिस्का के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि सकारात्मक रूप से बात की जाएगी. सभी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरिस्का क्षेत्र में होटल निर्माण के अलावा कई अवैध कार्य हो रहे हैं. सरकार को तुरंत प्रभाव से इन पर रोक लगाने की आवश्यकता है.

पूर्व मंत्री ने भी लगाए थे आरोप : जमीनों के हस्तांतरण और अवैध खनन के गंभीर आरोप पूर्व मंत्री नसरू खां भी लगा चुके हैं. इस संबंध में आईएएस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. इस दौरान किरोड़ी लाल ने अलवर ग्रामीण विधायक व मंत्री टीकाराम जूली, रामगढ़ विधायक साफिया खान सहित कई विधायक-नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि हजारों बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया गया. सरकारी जमीन को नेता अपने लोगों के नाम जुड़वाने में लगे हैं. करोड़ों-अरबों रुपए का जिले में घोटाला हो रहा है. सरकारी पहाड़ तक अपने कब्जे में ले लिए.

पढ़ें : कांग्रेस विधायक साफिया खान पर अवैध खनन गिरोह चलाने का आरोप, शिकायत कर्ता ने जिला SP से लेकर राष्ट्रपति तक इच्छा मृत्यु का भेजा पत्र

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