अलवर. अपराध को लेकर अब मेवात इलाका बदनाम नहीं होगा. केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की सीधी नजर मेवात पर है. मेवात में बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश कि एक संयुक्त कमेटी बनाई गई है. इसमें पुलिस व प्रशासन के अधिकारी हैं. पहली बार केंद्र सरकार की तरफ से यह बड़ा फैसला लिया गया है. मेवात में बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए चारों राज्य मिलकर अब काम करेंगे. अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा साथ ही अपराधिक मामलों में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. देखिये यह खास रिपोर्ट...
मेवात में क्राइम रोकने के लिए चार राज्यों की ज्वाइंट कमेटी
मेवात क्षेत्र में अलवर, मथुरा, भरतपुर, हरियाणा और दिल्ली का हिस्सा आता है. मेवात क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी, गो तस्करी, हथियारों की तस्करी, दूध पनीर और खाद्य पदार्थों में मिलावट, वाहन चोरी, हथियार बनाने का काम सहित कई तरह के अपराध होते हैं. मेवात पूरे देश में बदनाम है. आए दिन देश के विभिन्न राज्यों के शहरों की पुलिस मेवात में जांच पड़ताल में छापेमारी के लिए आती है. मेवात में बिगड़ते हालात जो मेवात की खराब होती छवि को देखते हुए केंद्र सरकार में गृह मंत्रालय ने दिल्ली राजस्थान उत्तर प्रदेश और हरियाणा की एक ज्वाइंट कमेटी बनाई है.
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ज्वाइंट कमेटी की एक बैठक हुई
ज्वाइंट कमेटी में चारों राज्य के पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों को शामिल किया गया है. इसकी एक मीटिंग हो चुकी है. इसमें अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने हिस्सा लिया. तेजस्विनी गौतम ने कहा कि राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने ज्वाइंट कमिटी की हुई बैठक में हिस्सा लिया. जिसमें आगामी कार्य की योजना बनाई गई. बदनाम होते मेवात को बचाने के लिए सख्त कदम उठाने अपराधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने सहित कई अहम फैसले लिए गए.
यहां खुलेआम होता है अपराध
पहले भी कई बार मेवात क्षेत्र में अपराधियों के छिपे होने हथियारों की तस्करी, अवैध खनन, गो हत्या, गौ मांस की तस्करी नकली दूध नकली मावा बनाने के कारखाने नकली तेल और अन्य सामग्री के कारखाने पकड़े गए मेवात क्षेत्र में खुलेआम गोमांस बिकता है. इसके अलावा रंगदारी वसूली लूट हत्या सहित कई मामले आए दिन मेवात क्षेत्र में आते हैं. ऐसे में मेवात की छवि खराब हो रही है. तो वहीं दिल्ली के पास होने के कारण कई तरह के अलर्ट भी आए दिन सामने आते हैं.
अलवर जिले में है मेवात का बड़ा हिस्सा
अलवर जिले में मेवात का बड़ा हिस्सा है. अलवर में ज्यादातर ऑनलाइन ठगी गौ तस्करी वाहन चोरी सहित विभिन्न तरह की घटनाएं मेवात क्षेत्र में रहने वाले लोग करते हैं. आए दिन बड़ी घटनाओं के दौरान यह खुलासे हो चुके हैं. मेवात के चलते अलवर पूरे देश में क्राइम के लिए बदनाम होने लगा है.
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क्या है मेवात क्षेत्र
मेवात क्षेत्र भौगोलिक विषमताओं से भरा हुआ है. यहां पर करें खुले मैदान है. तो कहीं अरावली पर्वत श्रंखला की पहाड़ियां है. स्थानीय निवासी मियां आदिवासियों के वंशज हैं. मेवात के लोगों का मुख्य कार्य कृषि है. 4 अप्रैल 2005 को फरीदाबाद और गुड़गांव के कुछ क्षेत्र को मिलाकर मेवात बनाया गया. जिसमें नूह, तावडू, नगीना, फिरोजपुर, झिरका, पुनहाना और हसीन इसके मुख्य खंड हैं. यहां हिंदी की मेवाती बोली जाती है.
देश की एजेंसी कर रही है काम
सूत्रों ने बताया कि पुलिस प्रशासनिक के अलावा देश की कई सुरक्षा एजेंसियां मेवात क्षेत्र में काम कर रही हैं. मेवात क्षेत्र की छवि सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसके तहत यहां होने वाली घटनाओं को रोकने और अपराधियों को गिरफ्तार करने के अलावा विशेष अभियान चलाते हुए लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
मेवात में होते हैं ये अपराध
मेवात क्षेत्र में 7 तारीख के प्रमुख अपराध होते हैं. इसमें गो तस्करी, अवैध खनन, हथियारों की तस्करी, दूध, पनीर व मावा में मिलावट, हथियारों की तस्करी, वाहन चोरी सहित अन्य प्रमुख अपराध मेवा क्षेत्र में होते हैं. इसके अलावा लूटपाट चोरी डकैती घटनाएं भी मेवात क्षेत्र में होती है.
कुल मिलाकर अब चार राज्यों की प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की टीम इस इलाके में दो तरह से काम करेगी. एक तरफ आदतन अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा. दूसरी तरफ इलाके के लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए रोजगार की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा.