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आपणी सरकार: अलवर नगर परिषद के सभी 65 वार्ड में उतरेंगे 'हेल्पिंग हैंड्स' के प्रत्याशी, बन सकती है चेंजमेकर - आपणी सरकार

49 जगहों पर होने वाले निकाय चुनाव 2019 में नामांकन प्रक्रिया के लिए 2 दिन शेष बचे हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग नामांकन दाखिल कर रहे हैं. भाजपा व कांग्रेस की तरफ से पूरी ताकत झोंकी जा रही है. तो वहीं अलवर में पहली बार हेल्पिंग हैंड्स के रूप में नया विकल्प सामने आया है. हेल्पिंग हैंड ने अलवर नगर परिषद क्षेत्र की सभी 65 सीटों से अपने प्रत्याशी उतारे हैं. वहीं अलवरवासी भी हेल्पिंग हैंड को लेकर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.

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Published : Nov 4, 2019, 5:54 PM IST

अलवर. जिले में निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है. अलवर नगर परिषद, भिवाड़ी नगर परिषद और थानागाजी नगर पालिका के लिए चुनाव होने हैं. नामांकन की अंतिम तारीख 5 नवंबर है. ऐसे में सभी पार्टियों की तरफ से चुनाव में पूरी ताकत लगाई हुई है. शहरवासियों को इस बार भाजपा व कांग्रेस से अलावा तीसरे विकल्प भी मिलने जा रहा है. वो है हेल्पिंग हैंड्स. जिसने अलवर में कई सालों से सफाई का बीड़ा उठाया हुआ है. हेल्पिंग हैंड ने निकाय चुनाव में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. इसी के तहत हेल्पिंग हैंड की तरफ से सभी वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे गए हैं. हेल्पिंग हैंड ने अलवर के सभी 65 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं.

अलवर नगर परिषद के सभी 65 वार्ड में उतरेंगे 'हेल्पिंग हैंड्स' के प्रत्याशी

पढ़ें- आपणी सरकार: बीकानेर निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस-भाजपा में एक के मुकाबले दस आवेदन

विशेषज्ञों की मानें तो निकाय चुनाव के बाद नगर परिषद का बोर्ड बनाने में हेल्पिंग हैंड का अहम रोल हो सकता है, क्योंकि हेल्पिंग हैंड को लेकर अलवर के लोग भी खासे उत्साहित और जोश में हैं. हेल्पिंग हैंड की तरफ से अभी तक 22 वार्डों में प्रत्याशियों के नाम जारी किए गए हैं. सभी प्रत्याशियों की उम्र 30 साल तक है. तो वहीं हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशियों में लड़कियों की संख्या भी काफी है.

पढ़ें- आपणी सरकार: सीकर नगर परिषद आज तक नहीं बना बीजेपी का बोर्ड, इस बार भी मुस्लिम वोटर लगा सकते हैं कांग्रेस की नैया पार

वैसे तो हेल्पिंग हैंड में सभी उम्र के लोग शामिल हैं. लेकिन इसमें 90 प्रतिशत युवा हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशी व कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों से बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा अलवर शहर के हालात दिनों-दिन खराब हो रहे हैं. जगह-जगह कचरा जमा रहता है तो वहीं सड़कें टूटी हुई है. लोगों को पानी नहीं मिलता और आए दिन आवारा जानवरों के कारण हादसे हो रहे हैं. इन सभी मुद्दों पर ध्यान रखते हुए काम करना है. आपको बता दें कि निकाय चुनाव के 49 नगरीय निकायों के लिए 16 नवम्बर को मतदान होगा. वहीं 19 नवम्बर को मतगणना होगी.

अलवर. जिले में निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है. अलवर नगर परिषद, भिवाड़ी नगर परिषद और थानागाजी नगर पालिका के लिए चुनाव होने हैं. नामांकन की अंतिम तारीख 5 नवंबर है. ऐसे में सभी पार्टियों की तरफ से चुनाव में पूरी ताकत लगाई हुई है. शहरवासियों को इस बार भाजपा व कांग्रेस से अलावा तीसरे विकल्प भी मिलने जा रहा है. वो है हेल्पिंग हैंड्स. जिसने अलवर में कई सालों से सफाई का बीड़ा उठाया हुआ है. हेल्पिंग हैंड ने निकाय चुनाव में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. इसी के तहत हेल्पिंग हैंड की तरफ से सभी वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे गए हैं. हेल्पिंग हैंड ने अलवर के सभी 65 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं.

अलवर नगर परिषद के सभी 65 वार्ड में उतरेंगे 'हेल्पिंग हैंड्स' के प्रत्याशी

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विशेषज्ञों की मानें तो निकाय चुनाव के बाद नगर परिषद का बोर्ड बनाने में हेल्पिंग हैंड का अहम रोल हो सकता है, क्योंकि हेल्पिंग हैंड को लेकर अलवर के लोग भी खासे उत्साहित और जोश में हैं. हेल्पिंग हैंड की तरफ से अभी तक 22 वार्डों में प्रत्याशियों के नाम जारी किए गए हैं. सभी प्रत्याशियों की उम्र 30 साल तक है. तो वहीं हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशियों में लड़कियों की संख्या भी काफी है.

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वैसे तो हेल्पिंग हैंड में सभी उम्र के लोग शामिल हैं. लेकिन इसमें 90 प्रतिशत युवा हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशी व कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों से बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा अलवर शहर के हालात दिनों-दिन खराब हो रहे हैं. जगह-जगह कचरा जमा रहता है तो वहीं सड़कें टूटी हुई है. लोगों को पानी नहीं मिलता और आए दिन आवारा जानवरों के कारण हादसे हो रहे हैं. इन सभी मुद्दों पर ध्यान रखते हुए काम करना है. आपको बता दें कि निकाय चुनाव के 49 नगरीय निकायों के लिए 16 नवम्बर को मतदान होगा. वहीं 19 नवम्बर को मतगणना होगी.

Intro:अलवर
निकाय चुनाव में नामांकन प्रक्रिया के लिए 2 दिन शेष बचे हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग नामांकन दाखिल कर रहे हैं। भाजपा व कांग्रेस की तरफ से पूरी ताकत झोंकी जा रही है। तो वहीं अलवर में पहली बार हेल्पिंग हैंड्स के रूप में नया विकल्प सामने आया है। हेल्पिंग हैंड ने अलवर नगर परिषद क्षेत्र की सभी 65 सीटों से अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वही अलवर वासी भी हेल्पिंग हैंड को लेकर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं।


Body:अलवर जिले में निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है अलवर नगर परिषद भिवाड़ी नगर परिषद वह थानागाजी नगर पालिका के लिए चुनाव होने हैं नामांकन की अंतिम तारीख 5 नवंबर है ऐसे में सभी पार्टियों की तरफ से चुनाव में पूरी ताकत जो की जा रही है हर बार भाजपा व कांग्रेस से आम जनता थक चुकी है लंबे समय से तीसरे विकल्प का इंतजार किया जा रहा है ऐसे में लगातार अलवर में कई साल से सफाई का बीड़ा उठा रखा हेल्पिंग हैंड ने निकाय चुनाव में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है इसी के तहत हेल्पिंग हैंड की तरफ से सभी वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे गए हैं हेल्पिंग हैंड ने अलवर के सभी 65 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं ऐसे में इस बार निकाय चुनाव में हेल्पिंग हैंड अहम भूमिका में नजर आ रही है विशेषज्ञों की मानें तो निकाय चुनाव के बाद नगर परिषद का बोर्ड बनाने मैं हेल्पिंग हैंड का अहम रोल हो सकता है क्योंकि हेल्पिंग हैंड को लेकर अलवर के लोग भी खासे उत्साहित वह जोश में नजर आ रहे हैं।


Conclusion:हेल्पिंग हैंड की तरफ से अभी तक 22 वार्डों में प्रत्याशियों के नाम जारी किए गए हैं। सभी प्रत्याशियों की उम्र 30 साल तक है। तो वहीं हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशियों में लड़कियों की संख्या भी काफी है। वैसे तो हेल्पिंग हैंड में सभी उम्र के लोग शामिल हैं लेकिन इसमें 90 प्रतिशत युवा हैं। ऐसे में ईटीवी भारत ने हेल्पिंग हैंड के प्रत्याशी व कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों से विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा अलवर शहर के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं। जगह-जगह कचरा जमा रहता है। तो वहीं सड़के टूटी हुई है। लोगों को पानी नहीं मिलता व आए दिन आवारा जानवरों के कारण हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो लगातार कई सालों से अलवर शहर की सफाई कर रहे हैं। लेकिन उसके बाद भी हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ। उसका मुख्य कारण स्थानीय प्रशासन के हालात खराब होना है। उन्होंने कहा कि अलवर नगर परिषद के पदाधिकारी जिम्मेदारी से काम नहीं करते हैं व नगर परिषद में भ्रष्टाचार का आलम है। इसलिए हेल्पिंग हैंड ने चुनाव में उतर कर नगर परिषद में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। जहां भाजपा व कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं हेल्पिंग हैंड्स बिजली पानी सफाई सड़क आवारा पशुओं की समस्याओं जैसी मूलभूत समस्याओं पर चुनाव लड़ रही है। ऐसे में साफ है निकाय चुनाव में हेल्पिंग हैंड मुख्य भूमिका में नजर आएगी। अलवर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा जिसमें स्थानीय पार्टी जोर आजमाइश कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि अलवर की जनता हेल्पिंग हेड्स को कितना पसंद करती है व इनके कितने प्रत्याशी जीत कर नगर परिषद के बोर्ड में पहुंचते हैं।
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