अलवर. नगर परिषद में सभापति को लेकर जारी विवाद अब थम गया है. भाजपा के उपसभापति घनश्याम गुर्जर को सभापति का चार्ज (Ghanshyam Gurjar took charge as city council chairman) सरकार की तरफ से दिया गया है. सभापति का चार्ज लेने के बाद घनश्याम गुर्जर ने कहा अलवर शहर में रुके हुए काम होंगे. शहर का फिर से विकास शुरू होगा.
अलवर नगर परिषद में सभापति का पद लंबे समय से खाली पड़ा हुआ था. कांग्रेस सभापति बीना गुप्ता को एसीबी की टीम ने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. उसके बाद कांग्रेस ने उनकी सदस्यता समाप्त करते हुए पद से निष्कासित कर दिया. इसके बाद कांग्रेस ने नए सभापति व उपसभापति की नियुक्ति की. लेकिन अस्थाई नियुक्ति कुछ समय में समाप्त हो गई. उसके बाद से लगातार सभापति पद को लेकर हंगामा चल रहा था.
कांग्रेस सरकार ने भाजपा उपसभापति घनश्याम गुर्जर पर जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए उनको पद से निष्कासित कर दिया था. लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद उपसभापति घनश्याम गुर्जर ने वापस पदभार ग्रहण किया. उसके बाद से लगातार सभापति पद को लेकर हंगामा चल रहा था. उपसभापति घनश्याम गुर्जर कई बार सभापति की कुर्सी पर बैठकर खुद को सभापति घोषित किया तो कांग्रेसी पार्षदों इसका विरोध किया था.
हंगामे के बाद प्रदेश सरकार ने उपसभापति घनश्याम गुर्जर को सभापति की शक्तियां देते हुए आगामी आदेश तक सभापति का कामकाज करने के आदेश दिए हैं. इसके बाद शुक्रवार को उपसभापति घनश्याम ने सभापति का पदभार ग्रहण कर लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद घनश्याम गुर्जर ने कहा कि शहर में रुके हुए काम शुरू होंगे. अलवर में विकास का पहिया रुक गया था, लेकिन अब दोबारा शुरू होगा. उन्होंने कहा कि नगर परिषद में जो गड़बड़ी हुई, उसकी जांच होगी. उन्होंने कहा कि पार्षदों के भी काम होंगे.