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रिश्तों को मिला बल: दोस्त की मां की तबीयत खराब हुई तो 420 किलोमीटर बाइक चलाकर पहुंचाया रेमडेसिविर इंजेक्शन - रेमडेसिविर इंजेक्शन

चंड़ीगढ़ में रहने वाले अर्जुन बाली के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले दोस्त अलवर निवासी साहिल की मां कोरोना संक्रमित हैं. उन्हें बचाने के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी, जो अलवर में नहीं मिल रहा था. इसका पता लगने पर अर्जुन ने इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर दूर अलवर का सफर बाइक से 8 घंटे में तय किया.

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
दोस्ती की मिसाल
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Published : May 15, 2021, 8:13 PM IST

अलवर. दोस्त की मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. 8 घंटे में 420 किलोमीटर का सफर तय कर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर चंडीगढ़ का अर्जुन बाली अलवर पहुंचा. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी युवक का स्वागत किया.

दोस्ती की मिसाल

पढ़ें- मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी: कोरोना से ग्रामीणों को बचाने के लिए गांव कमेटियां बनेंगी ढाल

दरअसल, अलवर निवासी साहिल और अर्जुन बाली पंजाब यूनिवर्सिटी में साथ पढ़ते हैं. अर्जुन चंडीगढ़ का रहने वाला है, जबकि साहिल का परिवार अलवर में रहता है. कुछ दिन पहले साहिल की मां कोरोा संक्रमित हो गई. जिसके कारण ऑक्सीजन सैचुरेशन 84 के आसपास आ गया. इंफेक्शन भी 18 से अधिक हो गया.

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
चंडीगढ़ निवासी अर्जुन बाली

8 घंटों में तय की 420 किमी

मां की हालत नाजुक होने पर साहिल ने अपने चंडीगढ़ में रहने वाले दोस्त अर्जुन बाली को परेशानी से अवगत कराया. बाली को यह पता लगा कि अलवर में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है और दोस्त की मां को इसकी सख्त जरूरत है. इसके तुरंत बाद अर्जुन ने अपनी बाइक से 420 किलोमीटर की दूरी 8 घंटों में तय की और इंजेक्शन लेकर अलवर पहुंच गया.

दोस्त को भी आने की नहीं दी सूचना

बता दें, अर्जुन ने साहिल को भी नहीं बताया कि वह आ रहा है. नहीं तो इतनी दूर से आने के लिए हो सकता है कि साहिल उसे मना कर देता. साहिल के पिता इंडियन आर्मी में हैं. इस कारण उनकी मां का मिलिट्री हॉस्पिटल अलवर में इलाज चल रहा है. साहिल ने बताया की मां का ऑक्सीजन सैचुरेशन नीचे जा रहा था. तब चिकित्सकों ने कहा कि कुछ इंजेक्शन अस्पताल से मिल जाएगी और कुछ इंजेक्शन का इंतजाम कर लो.

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
साहिल का दोस्त अर्जुन बाली

इसी बीच मां की तबीयत को लेकर दोनों दोस्तों के बीच बात हो रही थी. जब अर्जुन बाली को पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन अलवर में आसानी से नहीं मिल रहा है तो उसने बिना देर किए इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से अलवर पहुंच गया.

पढ़ें- SPECIAL : 31 मई तक होने वाली 13000 शादियों के लिए मांगी गई परमिशन...फेरे फिर हो जाएंगे, जिंदगी न मिलेगी दोबारा

भाजपा ने किया स्वागत

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
भाजपा नेताओं ने किया स्वागत

अलवर पहुंचने पर भाजपा के किसान मोर्चा जिलाअध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ और भाजपा जिला अध्यक्ष संजय नरूका सहित अन्य लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. यहां आने के बाद अर्जुन ने कहा कि दोस्त की मां मेरी मां है. उन्होंने कहा कि मैंने दोस्ती और इंसानियत का फर्ज निभाया है. साहिल मेरा अच्छा दोस्त है और मां के लिए इंजेक्शन लेकर आया हूं. निश्चित रूप से मां कोरोना से जंग जीतेगी.

अलवर. दोस्त की मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. 8 घंटे में 420 किलोमीटर का सफर तय कर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर चंडीगढ़ का अर्जुन बाली अलवर पहुंचा. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी युवक का स्वागत किया.

दोस्ती की मिसाल

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दरअसल, अलवर निवासी साहिल और अर्जुन बाली पंजाब यूनिवर्सिटी में साथ पढ़ते हैं. अर्जुन चंडीगढ़ का रहने वाला है, जबकि साहिल का परिवार अलवर में रहता है. कुछ दिन पहले साहिल की मां कोरोा संक्रमित हो गई. जिसके कारण ऑक्सीजन सैचुरेशन 84 के आसपास आ गया. इंफेक्शन भी 18 से अधिक हो गया.

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
चंडीगढ़ निवासी अर्जुन बाली

8 घंटों में तय की 420 किमी

मां की हालत नाजुक होने पर साहिल ने अपने चंडीगढ़ में रहने वाले दोस्त अर्जुन बाली को परेशानी से अवगत कराया. बाली को यह पता लगा कि अलवर में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है और दोस्त की मां को इसकी सख्त जरूरत है. इसके तुरंत बाद अर्जुन ने अपनी बाइक से 420 किलोमीटर की दूरी 8 घंटों में तय की और इंजेक्शन लेकर अलवर पहुंच गया.

दोस्त को भी आने की नहीं दी सूचना

बता दें, अर्जुन ने साहिल को भी नहीं बताया कि वह आ रहा है. नहीं तो इतनी दूर से आने के लिए हो सकता है कि साहिल उसे मना कर देता. साहिल के पिता इंडियन आर्मी में हैं. इस कारण उनकी मां का मिलिट्री हॉस्पिटल अलवर में इलाज चल रहा है. साहिल ने बताया की मां का ऑक्सीजन सैचुरेशन नीचे जा रहा था. तब चिकित्सकों ने कहा कि कुछ इंजेक्शन अस्पताल से मिल जाएगी और कुछ इंजेक्शन का इंतजाम कर लो.

young man arrived in Alwar in 8 hours from Chandigarh for a friend mother
साहिल का दोस्त अर्जुन बाली

इसी बीच मां की तबीयत को लेकर दोनों दोस्तों के बीच बात हो रही थी. जब अर्जुन बाली को पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन अलवर में आसानी से नहीं मिल रहा है तो उसने बिना देर किए इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से अलवर पहुंच गया.

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भाजपा ने किया स्वागत

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भाजपा नेताओं ने किया स्वागत

अलवर पहुंचने पर भाजपा के किसान मोर्चा जिलाअध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ और भाजपा जिला अध्यक्ष संजय नरूका सहित अन्य लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. यहां आने के बाद अर्जुन ने कहा कि दोस्त की मां मेरी मां है. उन्होंने कहा कि मैंने दोस्ती और इंसानियत का फर्ज निभाया है. साहिल मेरा अच्छा दोस्त है और मां के लिए इंजेक्शन लेकर आया हूं. निश्चित रूप से मां कोरोना से जंग जीतेगी.

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