अलवर. रैणी थाना पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा करते हुए खेड़ली के विजय मीणा ने खुदकुशी कर ली (Father Suicides In Alwar). उसने वॉट्सएप पर सुसाइड नोट भाइयों के नाम लिखा है, इस गुजारिश के साथ कि आरोपियों को उनकी ज्यादतियों की सजा मिले. नोट में मीणा ने रैणी थाने के हेड कांस्टेबल कपूर चंद पर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. मीणा ने वाट्सअप सुसाइड नोट में बेटी के ससुराल पक्ष को जिम्मेदार बताया है. उसने दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल कविता और रैणी थाने में पोस्टेड हेड कांस्टेबल कपूर चंद पर बार बार धमकाने का आरोप लगाया है.
सुसाइड से पहले...: अलवर के खेड़ली थाने के खातीपुरा गांव के विजय मीणा अपने बेटे के साथ 5 सितंबर को बेटी के ससुराल गए. मामले को गंभीर मान विजय के पिता भी बाद में पोती के ससुराल पहुंच गए. आरोप है कि वहां दादा, पिता और पोते की पिटाई की गई (Alwar Man ends Life for Daughter). घटना से दुखी विजय मीणा ने इसकी शिकायत पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की जगह पीड़ित को ही गिरफ्तार कर लिया. ससुराल पक्ष के लोग लगातार विजय मीणा को झूठे मामले में फंसाने और जेल में बंद करने की धमकी देते रहे.
पुलिस पर गंभीर आरोप: विजय ने अपने सुसाइड नोट में बताया कि उसकी बेटी की एक ननद दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल है. जो उसे अलग अलग तरीकों से परेशान करती है. इस संबंध में उसने कई बार रैणी थाना पुलिस को शिकायत देते हुए एफ आई आर दर्ज कराने के प्रयास किए लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी. उल्टा हेड कॉन्स्टेबल कपूर चंद उनसे बार-बार पैसे की डिमांड करता रहा. फिर विजय मीणा और उसके बेटे को ही गिरफ्तार कर लिया. विजय ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कपूरचंद लगातार उसे झूठे मामले में जेल भेजने और फंसाने की धमकी दे रहा था. इन सब से परेशान होकर विजय कुमार मीणा ने अपने घर के एक कमरे में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी.
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सुसाइड नोट में पापा का दर्द: पापा विजय मीणा के वॉट्सएप नोट को पढ़कर उनके दर्द की इंतहा को महसूस किया जा सकता है. उन्होंने अपने भाइयों से अपने किसी भी कही अनकही की माफी मांगी है. साथ ही अपने पापा और बेटे के साथ हुई ज्यादती के दोषियों को जेल भेजने की मांग की है. दुखी पिता ने स्पष्ट लिखा है कि- मैं अपने जीवन का समापन बेटी सुमन के ससुराल वालों के बुरे बर्ताव की वजह से कर रहा हूं. मैं बहुत परेशान हूं. साथ ही ईश्वर से प्रार्थना भी की है कि जैसा उनके साथ हुआ वैसा किसी पिता के साथ न हो वो अपनी भोली बेटी के दर्द से बेहद दुखी हैं.
बेटी का दर्द और अपनी जिल्लत नहीं हुई बर्दाश्त: बेटी के ससुराल वालों की ज्यादती पिता विजय सहन नहीं कर पाए और उन्होंने पुलिस की गिरफ्त से छूटने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी. इसकी सूचना परिजनों ने खेड़ली पुलिस को दी. पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर कस्बे के रेफरल अस्पताल पहुंचाया. जहां पर उसका पोस्टमार्टम हुआ. परिजनों ने बेटी के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि मारपीट की खबर सुन विजय मीणा समझाइश के लिए गए थे लेकिन उनको ही निशाने पर ले लिया गया. मृतक के परिवार ने ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ खेड़ली पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है.