अलवर. किसानों के चक्का जाम के आह्वान के बाद अलवर में शनिवार को किसानों ने अलवर से गुजरने वाली सभी स्टेट हाईवे व नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया है. इस दौरान आम लोगों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं किसानों की तरफ से एंबुलेंस, मरीज व अन्य इमरजेंसी सेवाओं के वाहनों को नहीं रोका जा रहा है. इस दौरान सभी हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है, हालांकि पुलिस की तरफ से लगातार लोगों को समझाइश करते हुए अन्य रास्तों से गुजरने की सलाह दी जा रही है.
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान लगातार दो माह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अलवर के शाहजहांपुर में राजस्थान हरियाणा सीमा पर 57 दिनों से किसान धरने पर बैठे हुए हैं. केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र असम सहित देश भर से हजारों की संख्या में किसान सर्दी में रात गुजार रहे हैं. किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली का आह्वान किया. उसके बाद 30 जनवरी को 1 दिन का उपवास रखा गया व 6 फरवरी को किसानों ने देशव्यापी चक्काजाम का आह्वान किया. जिसका सभी किसान संगठनों ने समर्थन किया व हजारों की संख्या में सामाजिक संस्थाएं व किसान आगे आकर खड़े हुए नजर आए.
अलवर के शाहजहांपुर में शुक्रवार को 50 से अधिक संस्थाओं ने किसानों के बीच पहुंचकर अपना समर्थन दिया. शनिवार को सुबह से ही शाहजहांपुर में हजारों की संख्या में किसान के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ. किसानों ने दिल्ली जयपुर हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया है. हाईवे के अलावा सर्विस लाइन को भी 3 घंटे के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया. इसके अलावा अलवर सिकंदरा मेगा हाईवे, अलवर दौसा हाईवे, अलवर भरतपुर हाईवे, अलवर मथुरा हाईवे, अलवर भिवाड़ी मेगा हाईवे, अलवर बहरोड़ स्टेट हाईवे सहित सभी जिले से गुजरने वाले स्टेट बैंक हाईवे को किसानों ने पूरी तरह से बंद कर दिया है. इस दौरान सभी मार्गों पर वाहनों की लंबी कतार देखी जा रही है.
12 बजे से दोपहर 3 बजे तक बंद का आह्वान किया गया है. इस दौरान सभी जगहों पर हजारों की संख्या में किसान केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं. अलवर में बुर्जा बाईपास, मालाखेड़ा, राजगढ़, बबड़ौदामेव सहित सभी जगहों पर बड़ी संख्या में किसान सड़क पर बैठे हुए हैं. इस दौरान पुलिस की तरफ से भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. लोगों को अन्य सड़क मार्ग से गुजरने की सलाह दी जा रही है. साथ ही यातायात डायवर्ट करने का काम भी लगातार जारी है. दोपहर 3 बजे तक चक्काजाम के बाद 2 से 3 घंटे यातायात सामान्य होने में लगे. इस दौरान रोडवेज बस व निजी वाहन चालकों को खासी दिक्कत हुई व वैकल्पिक रास्तों का सहारा लेना पड़ा.