अलवर. एक तरफ पूरे देश में कोरोना वैक्सीन लगने में कमी आ रही है. लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही, वैक्सीन लगवाने के लिए लोग सुबह से लंबी-लंबी कतार में घंटों खड़े हैं. दूसरी तरफ अलवर में वेक्सीनेशन में गड़बड़झाला सामने आया है.
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दरअसल, भिवाड़ी में एक फैक्ट्री में बिना चिकित्सा महकमे के अधिकारियों को सूचना दिए 25 जून को 220 कार्मिकों को वैक्सीन लगाई गई. मामले की किसी को भनक तक नहीं लगी. मामले की शिकायत मिलने के बाद भिवाड़ी सीएचसी के जोनल प्रभारी डाक्टर के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग की टीम जांच करने पहुंची तो कंपनी प्रबंधन ने उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी.
फैक्ट्री के अधिकारियों ने सेक्टर इंचार्ज डाक्टर सोमप्रकाश और अन्य कर्मचारियों को धमकी दी कि वो इस मामले में ज्यादा छानबीन न करें. वैक्सीनेशन कहां से करवाया है, इससे कोई मतलब न रखें. अन्यथा आपको लिए ठीक नहीं रहेगा. धमकी मिलने के बाद सेक्टर प्रभारी ओर भिवाड़ी सीएचसी के डॉक्टर सोमप्रकाश ने रिपोर्ट सीएमएचओ को भेज दी है. मामले की चिकित्सा विभाग जांच कर रहा है. स्वास्थ विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले को रफा-दफा करने में लगे हुए हैं.
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शिकायत पर जांच करने गई मेडिकल टीम को भी सहयोग नहीं किया गया. अब सवाल यह उठता है, 220 वैक्सीन की डोज कंपनी को कहां से उपलब्ध करवाई गई और टीकाकरण करने वाली टीम कहां से आई. मामले की जांच करने के लिए चिकित्सा विभाग की टीम लगी हुई है. फैक्ट्री में जांच करने गई टीम ने मौके से पूछताछ के वीडियो और ऑडियो बनाए हैं, जिसमें उन्हें सहयोग नहीं किया जा रहा है. इस घटना के बाद से कई सवाल सामने आ रहे हैं, जिनका अब तक कोई जवाब नहीं मिला है.