अलवर. कोरोना वायरस ने चीन में हाहाकार मचा रखा है. डब्ल्यूएचओ की तरफ से चीन में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. हजारों लोग वायरस की चपेट में हैं. इसमें बड़ी संख्या में भारतीय भी शामिल हैं. भारत सरकार की तरफ से वहां रहने वाले भारतीयों को एअरलिफ्ट करके भारत लाया जा रहा है. ऐसे में अलवर पहुंचे एमबीबीएस के छात्र गौरव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की, उन्होंने चीन के हालात बताए.
अलवर के 200 फुट रोड स्थित ठाकुर वाला कुआं निवासी गौरव पाराशर चीन के गोवंगसी शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. गौरव ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में चीन के हालात बयां किए. उन्होंने कहा कि चीन में यह वायरस एक महामारी के रूप में फैल रहा है. चाइना ने 16 शहर पूरी तरीके से लॉक डाउन कर दिए हैं.
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हर दिन होती है जांच...
उन्होंने कहा कि चीन सरकार की तरफ से बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं. वहां प्रतिदिन सभी की जांच होती है और उनको खाने के साधन उपलब्ध कराए जाते हैं. डब्ल्यूएचओ ने चीन में इस वायरस को लेकर इमरजेंसी घोषित कर दी है. चाइना में हजारों की संख्या में भारतीय लोग और युवा रहते हैं. इसमें अलवर के युवाओं की संख्या भी खांसी ज्यादा है. गौरव ने वायरस के बारे में जिक्र करते हुए बताया यह वायरस बड़ा ही खतरनाक है. कपड़े में वायरस का संक्रमण लगने पर कई दिनों तक जीवित रहता है, इसलिए तेजी से यह वायरस फैल रहा है.
घरों से निकलना हो चुका है मुश्किल...
गौरव ने कहा कि उनको 8 फरवरी को वापस जाना था, लेकिन वायरस के चलते वो नहीं जा पा रहे हैं, तो वहीं उनकी परीक्षाएं भी रद्द हो गई हैं. चीन सरकार ने सभी को घरों में रहने के निर्देश दिए हैं. कोई भी व्यक्ति अपने घर और कमरे से बाहर नहीं निकल सकता है. चाइना सरकार की तरफ से सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. गौरव ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से एक प्रयास किया जा रहा है. सभी युवा और अन्य लोगों को एयरलिफ्ट करके भारत लाने के प्रयास की सभी लोग सराहना कर रहे हैं.