अलवर. शहर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल, महिला अस्पताल और शिशु अस्पताल में सफाई कर्मियों और कंप्यूटर ऑपरेटरों को ठेकेदार की ओर से करीब डेढ़ माह से वेतन नहीं दिए जाने के चलते गुरुवार को तीनों अस्पतालों के सफाई कर्मचारियों और कंप्यूटर ऑपरेटरों ने पूरे दिन का कार्य बहिष्कार किया. इस दौरान उन्होंने ठेकेदार से वेतन देने की मांग की और अस्पताल प्रशासन से ठेकेदार की ओर से हर महा समय पर वेतन दिलवाने की मांग की. इन्हीं सभी मांगों को लेकर कर्मचारियों की ओर से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को एक ज्ञापन भी दिया गया.
सफाई कर्मचारी धनीराम ने बताया कि अस्पताल में जब से नए ठेकेदार ने चार्ज लिया है तभी से सफाई कर्मचारियों और कंप्यूटर ऑपरेटरों की करीब डेढ़ माह की सैलरी नहीं दी जा रही है. फरवरी माह की 14 दिन की कर्मचारियों की सैलरी रुकी हुई थी. उसका तो ठेकेदार ने 14 दिन की सैलरी तो कर्मचारियों के खाते में डाल दी, लेकिन एक माह का कर्मचारियों का वेतन अभी रोक रखा है.
उन्होंने कहा कि जब तक ठेकेदार की ओर से सफाई कर्मचारियों और कंप्यूटर ऑपरेटर को वेतन नहीं दिया जाएगा, तब तक कार्य बहिष्कार रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 6 से 7 हजार मात्र सैलरी मिलती है, उसको भी ठेकेदार की ओर से समय पर नहीं दिया जाता है और ना ही अस्पताल प्रशासन ठेकेदार के ऊपर कोई कार्रवाई करता है. जबकि सफाई कर्मचारी और कंप्यूटर ऑपरेटर कई बार चिकित्सा प्रशासन को इसकी शिकायत दे चुका है.
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उन्होंने कहा कि इससे पहले एक निजी प्लेसमेंट एजेंसी के पास ठेकेदारी का काम था. प्लेसमेंट एजेंसी की ओर से साढ़े 4 साल का पीएफ हजम कर चली गई. उन्होंने आरोप लगाया कि जब ठेकेदार से सैलरी के बारे में बात करते हैं तो वह पुलिस की धमकी देता है कि थाने में बंद करा दूंगा.
व्यापार महासंघ ने सौंपा ज्ञापन
अलवर शहर में 7 दुकानों पर प्रशासन की ओर से लगाई गई सील को हटवाने की मांग को लेकर जिला व्यापार महासंघ की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. व्यापारियों का कहना है कि गलत तरीके से दुकाने सीज की गई है. इस दौरान काफी संख्या में व्यापारी गण मौजूद रहे. साथ ही अपना विरोध जताते हुए व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखें.