अलवर. अलवर-जयपुर सड़क मार्ग सरिस्का के बीचों-बीच से होकर गुजरता है. सरिस्का क्षेत्र में यह मार्ग जगह-जगह से टूटा हुआ है. लोगों को आने-जाने में भी काफई दिक्कत होती है. ऐसे में इस मार्ग को ठीक कराने की मांग एक बार फिर से उठने लगी है.
बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने कहा कि अगर वन विभाग की अनुमति मिलती है तो, इस मार्ग को ठीक करा दिया जाएगा. इस क्षेत्र में वन्यजीवों को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए सारिस्का प्रशासन की तरफ से जगह-जगह पर ब्रेकर बनाए गए हैं. साथ ही लंबे समय से सड़क मार्ग का मरम्मत कार्य नहीं होने के कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. ऐसे में लोगों को आने-जाने में खासी परेशानी होती है.
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बारिश के दिनों में सड़क दोनों तरफ से टूट जाती है. बता दें कि लंबे समय से इस सड़क मार्ग को ठीक कराने की मांग उठ रही थी, लेकिन वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने के कारण इस मार्ग को ठीक नहीं कराया जा सका. हालांकि अलवर से कुशलगढ़ तक मार्ग ठीक हो चुका है. कुशलगढ़ से विराटनगर तक मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है. ऐसे में एक बार फिर से इस मार्ग को ठीक कराने की मांग उठने लगी है.
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बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने कहा इस संबंध में वन मंत्री से भी बातचीत हुई है, लेकिन वन विभाग के नियम अलग हैं. इसलिए अभी तक वन विभाग में सरिस्का की अनुमति नहीं मिली है. इस मार्ग के ठीक होने के बाद जयपुर आने जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, साथ ही सफर में भी कम समय लगेगा और सफर भी आरामदायक रहेगा.
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वर्तमान में लोगों को काफी दिक्कत होती है. दो से ढाई घंटे का सफर 4 घंटे में पूरा होता है इसके अलावा आए दिन सड़क हादसे होने की भी संभावना रहती है. ऐसे में देखना होगा कि वन विभाग की अनुमति मिलती है या यह सड़क मार्ग आगे भी टूटा हुआ रहता है.