अलवर. अलवर डेयरी से प्रतिदिन हजारों लीटर दूध दिल्ली, गुडगांव, नोएडा, फरीदाबाद, एनसीआर सहित आसपास के शहरों में सप्लाई किया जाता है. अलवर डेयरी का दूध गुणवत्ता में बेहतर होता है, इसलिए लगातार दूध की डिमांड बढ़ रही है. सेना के विभिन्न क्षेत्रों में भी अलवर डेयरी की तरफ से दूध सप्लाई किया जाता है. बता दें कि लॉकडाउन में छूट के बाद अब दूध की डिमांड बढ़ने लगी है.
अलवर डेयरी की तरफ से इस समय प्रतिदिन एक लाख लीटर दूध सप्लाई किया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान दूध की कम डिमांड को देखते हुए सरस डेयरी प्रशासन ने किसानों के पैसों में कटौती की थी, लेकिन अब 1 जून से डेयरी प्रशासन ने दूध पालकों के मूल्य में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है. इससे दूध पालकों को बड़ी राहत मिलेगी.
प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध मदर डेयरी को होता है सप्लाई
बता दें कि राजस्थान से प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध मदर डेयरी को सप्लाई किया जाता है. जयपुर व हनुमानगढ़ डेयरी की तरफ से यह दूध सप्लाई किया जाता है, जबकि दिल्ली मदर डेयरी के सबसे पास अलवर डेयरी पड़ती है. जिसके चलते अलवर डेयरी के चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने सरकार से मांग की है कि अलवर डेयरी से प्रतिदिन 20 हजार लीटर दूध मदर डेयरी को सप्लाई किया जाए. उन्होंने कहा कि अलवर डेयरी में दूध की आवक ज्यादा रहती है, इसलिए अलवर डेयरी का दूध गुणवत्ता में बेहतर होता है.
इसके साथ ही कहा कि अलवर डेयरी आसानी से दिल्ली डेयरी को प्रतिदिन दूध सप्लाई कर सकती है. बलराम मीणा ने बताया कि हनुमानगढ़ डेयरी की तरफ से दूध भिवाड़ी लाया जाता है. जहां उस दूध की पैकिंग की जाती है. उसके बाद दिल्ली में दूध सप्लाई होता है. ऐसे में अलवर डेयरी से दूध सप्लाई होना चाहिए.
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अलवर डेयरी में पैक हो रहा सेना के लिए घी
डेयरी प्रशासन ने बताया कि घी की पैकिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सेना को बेहतर गुणवत्ता के घी की आवश्यकता होती है. सेना के आला अधिकारियों ने कईं बार अलवर डेयरी प्लांट का निरीक्षण किया. इसके अलावा अलवर डेयरी के घी की अलग-अलग लैब में जांच पड़ताल कराई गई. अलवर डेयरी का घी गुणवत्ता में बेहतर मिला, इसलिए अलवर डेयरी को घी सप्लाई करने का आर्डर मिला है.
जल्द खुलेगा नगर रूट
अलवर के नगर रूट से प्रतिदिन हजारों लीटर दूध अलवर डेयरी में सप्लाई किया जाता था, लेकिन इस रूट के दूध वालों द्वारा दूध में मिलावट की शिकायत मिलती थी. जिससे डेयरी को नुकसान होता था. साथ ही डेयरी की साख भी खराब हो रही थी, इसलिए अन्य दूध पालकों की मांग पर नगर रूट को डेयरी प्रशासन की तरफ से बंद कर दिया गया था. वहीं अब प्रदेश सरकार के आदेश पर फिर से नगर रूट को खोलने की तैयारी चल रही है. इससे डेयरी में दूध की आवक बढ़ेगी. साथ ही नगर रूट के दूध वालों को राहत मिलेगी.