अलवर. जिले के अब गांवों में संक्रमण फैल चुका है. गांवों में बड़ी संख्या में लोग खांसी-जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं. लक्ष्मणगढ़, किशनगढ़बास, राजगढ़, शाहजहांपुर, खेरल, बानसूर व बहरोड़ में तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ी है. यही रफ्तार रही तो गांवों में हालात बेकाबू हो सकते हैं. जिसे काबू में करने के लिए हर व्यक्ति को गाइडलाइन की पालना करना जरूरी है. बेवजह घरों से नहीं निकलें. ताकि संक्रमण को रोका जा सके.
जिले में लगातार ऑक्सीजन बेड वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. आइसीयू व वेंटिलेटर के बेड फुल हैं. हरियाणा बॉर्डर से सटे हाजीपुर गांव में 80 प्रतिशत लोग बीमार हैं. बांबोली गांव में पिछले 20 दिन में 15 लोगों की मौत चुकी. इनमें 4 लोगों ने 10 मई को एक ही दिन में दम तोड़ा. मृतकों में बच्चे-बूढ़े, जवान और महिलाओं सहित सभी आयुवर्ग के लोग हैं. गांव के ज्यादातर लोगों की मौत घर पर हुई. इसलिए सरकारी रिकार्ड में कोरोना से सिर्फ दो मौत दर्ज हैं. विलासपुर गांव में 4 दिन में 4 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी. इनमें एक ही परिवार के दो सगे भाई शामिल हैं.
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जिले में 10 हजार 870 एक्टिव केस
जिले में 10 हजार से अधिक एक्टिव केस हो चुके हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन सपोर्ट पर 685 मरीज हैं. आइसीयू में 192 मरीज भर्ती हैं. जबकि वेंटिलेटर पर 82 लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं चौंकाने वाली खबर यह है कि जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर बांबोली गांव में 20 अप्रैल से 10 मई तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 4 की तो एक ही दिन में मौत दर्ज है. गांव में बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं. लेकिन जांच नहीं करा रहे. ज्यादातर लोग घर पर ही दवा ले रहे हैं.