अलवर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर की टीम ने अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया, आरएएस अधिकारी अशोक सांखला और एक दलाल को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार (IAS And RAS Officer Caught Red Handed) किया था. तीनों को एसीबी न्यायालय में पेश किया गया. न्यायाधीश ने तीनों को जेल भेज दिया. अब ये जेल भी मुसीबत बन गई है इन घूसखोर अफसरों के लिए. दो चीजें इनकी दिक्कतों में इजाफा कर रही हैं. एक तो गर्मी और दूसरे मच्छर.
दरअसल, लग्जरी लाइफ जीने वाले अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया और आरएएस अधिकारी अशोक सांखला के लिए गर्मी ने मुश्किल खड़ी कर दी. जेल की पहली रात करवटें काट कर बितानी पड़ी. गर्मी के अलावा मच्छरों ने भी बहुत परेशान (Mosquitoes In Jail Cause Problem For IAS Officer) किया. इस वजह से साहब लोग रात में सो नहीं पाए और सुबह देर तक सोते रहे. असल में जेल में कूलर और एसी की कोई व्यवस्था नहीं है.
डाइट भी फिट नहीं: गर्मी और मच्छर से छुटकारा पाया तो जेल की डाइट ने इनके जीवन को और मुश्किल (Diet In Jail For Officers In Alwar Jail) बना दिया. जेल में मैन्यू के अनुसार उन्हें डाइट दी जा रही है और दोनों को जेल का भोजन रास नहीं आ रहा है. नतीजतन दोनों अफसर जेल की कैंटीन से दूध, बिस्किट और फल मंगवा कर अपना पेट भर रहे हैं.
अलवर एसीबी को मिला सबक: एसीबी मुख्यालय ने इस मामले में जांच अधिकारी एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत को नियुक्त किया है. इस मामले की पत्रावली उनको मिल चुकी है. बातचीत की रिकॉर्डिंग व अन्य दस्तावेजों से जांच प्रक्रिया शुरू होगी. दूसरी तरफ जयपुर एसीबी मुख्यालय में आयोजित एसीबी की क्राइम मीटिंग में अलवर की कार्रवाई की चर्चा रही. अलवर एसीबी टीम के कार्य की सराहना हुई. एसीबी के एडिशनल एसपी विजय सिंह ने क्राइम मीटिंग में प्रेजेंटेशन दिया. तो एसीबी के अधिकारियों ने इस प्रक्रिया से सबक लेते हुए काम करने की बात कही.
घूसखोरी की फेहरिस्त लम्बी: एसीबी की जांच पड़ताल के दौरान पहाड़िया के खिलाफ कई और मामलों की शिकायतें भी मिली हैं. पहले भी एनओसी जारी करने के नाम पर नन्नू मल पहाड़िया ने रिश्वत ली. तो वहीं आर ए एस अधिकारी लंबे समय से नन्नू मल पहाड़िया के लिए काम कर रहा था. दोनों मिलकर रिश्वत लेते थे. हाईवे प्रोजेक्ट में 60 लाख से ज्यादा रिश्वत ले चुके थे. जमीन कन्वर्ट करवाने, पेट्रोल पंप की एनओसी देने, क्रेशर और अन्य कार्यों के लिए लिए आईएस नन्नू मल पहाड़िया लाखों रुपए की रिश्वत ले रहे थे. दोनों पर लोगों को डरा धमका कर रिश्वत लेने का भी आरोप है. दोनों का रिश्वतखोरी का अंदाज भी कुछ जुदा था. सेफ गेम खेलते थे. रिश्वत की राशि को दलाल के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचा देते थे. IAS के घर से मिली महंगी शराब की बोतलों और जमीन के दस्तावेजों की जांच पड़ताल चल रही है. शराब के मामले में पुलिस की तरफ से भी मामला दर्ज किया गया है. ऐसे में नन्नू मल पहाड़िया की परेशानी बढ़ती हुई नजर आ रही है.