अलवर. चीन के शिनजियांग शहर में फंसे अलवर और गुजरात के दो युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. दोनों ने पीएम से मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द चीन से बाहर निकाला जाए. इन दोनों युवकों ने वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा और सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है. वीडियो में ये दोनों कह रहे हैं, कि कोरोना वायरस के कारण यहां के हालात बहुत खराब हैं. उनके परिजन उन्हें लेकर परेशान हैं.
वायरल वीडियो में जो युवक अलवर का बताया जा रहा है उसकी पहचान पीयूष शर्मा के रूप में हुई है. पीयूष शिनजियांग शहर से पढ़ाई कर रहे हैं और एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हैं. वहीं वीडियो में दिखाई दे रहा दूसरा युवक परेश चौधरी गुजरात के बनासकांठा का रहने वाला बताया जा रहा है.
पीयूष का कहना है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण यहां के हालात दिनों-दिन खराब हो रहे हैं. यहां लोग मर रहे हैं. वो घर जाने के लिए फ्लाइट बुक कराते हैं, लेकिन फ्लाइट रद्द हो जाती है. ऐसे में उन जैसे सैकड़ों भारतीय छात्र यहां के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं.
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उन्होंने वीडियो में कहा कि मोदी सरकार भारतीयों को निकालने का काम कर रही है, लेकिन अभी केवल हुआंग और आसपास के प्रमुख शहरों पर ही ध्यान दिया जा रहा है. शिनजियांग और उसके अलावा अन्य शहरों में भी बड़ी संख्या में युवा फंसे हुए हैं, जिनकी जान खतरे में है. वीडियो में दोनों युवक हाथ जोड़कर मोदी सरकार से मदद की गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो में युवक कह रहे हैं कि उनके विश्वविद्यालय में 400 भारतीय छात्र हैं. इनमें से काफी तो यहां से जा चुके हैं, अभी भी 25 छात्र यहां फंसे हुए हैं. इन सभी छात्रों के परिजन काफी परेशान हैं. दोनों छात्रों ने सबसे पहले वीडियो बनाकर अपने परिजनों को भेजा था. यह वीडियो इन दिनों अलवर समेत पूरे देश में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.