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'कोरोना' को लेकर श्रम मंत्री का विवादित बयान, कहा- अलवर कोई चारागाह नहीं, जो लोगों को यहां शिफ्ट किया जा रहा - टीकाराम जूली का विवादित बयान

अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में चीन से आने वाले भारतीयों को रखने की व्यवस्था की गई है. केंद्र सरकार के इस फैसले का प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि अलवर कोई चारागाह है क्या. श्रम मंत्री के इस बयान की निंदा हो रही है, तो दूसरी तरफ कोरोना पर राजनीति शुरू हो गई है.

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कोरोना को लेकर श्रम मंत्री टीकाराम जूली का विवादित बयान
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Published : Feb 2, 2020, 4:15 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 5:45 PM IST

अलवर. कोरोना वायरस के चलते चाइना में रहने वाले भारतीयों को एयरलिफ्ट करके भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. वहां से आने वाले लोगों को अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन, आइटीबीपी, आर्म फोर्स कैंपस में रखा जाएगा. अलवर में की गई व्यवस्था का प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने विरोध किया है.

कोरोना को लेकर श्रम मंत्री टीकाराम जूली का विवादित बयान

उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला गलत है. 5 साल से अलवर का मेडिकल कॉलेज भवन बंद पड़ा हुआ है. कई बार इसको चलाने की मांग उठ चुकी है, लेकिन सरकार ने आज तक कॉलेज को शुरू नहीं किया. इस दौरान कॉलेज भवन को एम्स को देने के लिए भी कहा गया, लेकिन न तो एम्स को दिया गया, न ही प्रदेश सरकार के हैंडोवर किया गया. ऐसे में आज परेशानी के दौरान सरकार को इस भवन की याद आई है.

यह भी पढ़ें- केरल में कोरोना वायरस का दूसरा मामला आया सामने, रोकथाम के प्रयास तेज

जूली ने यहां तक कह दिया कि अलवर चारा गाह थोड़ी है, जो यहां पर उन लोगों को लाकर रखा जाएगा. श्रम मंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रियाएं भी आने लगी है. कोरोना वायरस पर अलवर में राजनीति भी शुरू हुई है. कई संगठन कॉलेज भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं. ऐसे में कोरोना बयानबाजी का दौर चल रहा है. इस दौरान कुछ लोग डरे हुए हैं, तो कुछ लोग इसके पक्ष में खड़े हुए नजर आ रहे हैं.

अलवर. कोरोना वायरस के चलते चाइना में रहने वाले भारतीयों को एयरलिफ्ट करके भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. वहां से आने वाले लोगों को अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन, आइटीबीपी, आर्म फोर्स कैंपस में रखा जाएगा. अलवर में की गई व्यवस्था का प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने विरोध किया है.

कोरोना को लेकर श्रम मंत्री टीकाराम जूली का विवादित बयान

उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला गलत है. 5 साल से अलवर का मेडिकल कॉलेज भवन बंद पड़ा हुआ है. कई बार इसको चलाने की मांग उठ चुकी है, लेकिन सरकार ने आज तक कॉलेज को शुरू नहीं किया. इस दौरान कॉलेज भवन को एम्स को देने के लिए भी कहा गया, लेकिन न तो एम्स को दिया गया, न ही प्रदेश सरकार के हैंडोवर किया गया. ऐसे में आज परेशानी के दौरान सरकार को इस भवन की याद आई है.

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जूली ने यहां तक कह दिया कि अलवर चारा गाह थोड़ी है, जो यहां पर उन लोगों को लाकर रखा जाएगा. श्रम मंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रियाएं भी आने लगी है. कोरोना वायरस पर अलवर में राजनीति भी शुरू हुई है. कई संगठन कॉलेज भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं. ऐसे में कोरोना बयानबाजी का दौर चल रहा है. इस दौरान कुछ लोग डरे हुए हैं, तो कुछ लोग इसके पक्ष में खड़े हुए नजर आ रहे हैं.

Intro:नोट- वीडियो पैकेज व्हाट्सएप ग्रुप पर है अलवर अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में चाइना से आने वाले भारतीयों को रखने की व्यवस्था की गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले का प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अलवर कोई चारागाह है क्या। श्रम मंत्री के इस बयान की निंदा हो रही है। तो दूसरी तरफ कोरोना पर राजनीति शुरू हो गई है।


Body:कोरोना वायरस के चलते चाइना में रहने वाले भारतीयों को एडिट करके भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहां से आने वाले लोगों को अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन, आइटीबीपी, आर्म फोर्स कैंपस में रखा जाएगा। अलवर में की गई व्यवस्था का प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला गलत है। 5 साल से अलवर का मेडिकल कॉलेज भवन बंद पड़ा हुआ है। कई बार इसको चलाने की मांग उठ चुकी है। लेकिन सरकार ने आज तक कॉलेज को शुरू नहीं किया। इस दौरान कॉलेज भवन को एम्स को देने के लिए भी कहा गया। लेकिन ना तो एम्स को दिया गया, ना ही प्रदेश सरकार के हैंडोवर किया गया। ऐसे में आज परेशानी के दौरान सरकार को इस भवन की याद आई है। अलवर चारा गाह थोड़ी है। जो यहां पर उन लोगों को लाकर रखा जाएगा। श्रम मंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रियाएं भी आने लगी है।


Conclusion:कोरोना वायरस पर अलवर में राजनीति भी शुरू हुई है। कई संगठन कॉलेज भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। ऐसे में अलवर में कोरोना पर राजनीति शुरू हो चुकी है। बयानबाजी का दौर चल रहा है। इस दौरान कुछ लोग डरे हुए हैं। तो कुछ लोग इसके पक्ष में खड़े हुए नजर आ रहे हैं। बाइट- टीकाराम जूली, प्रदेश श्रम मंत्री
Last Updated : Feb 2, 2020, 5:45 PM IST
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