अलवर. जीएसटी काउंसिल की बैठक में केंद्र सरकार की तरफ से एंबुलेंस, सैनिटाइजर्स और रेमडेसिविर पर जीएसटी की दरों में कटौती की गई है, इस पर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि जीएसटी दरें सरकार को तीन महीने पहले करनी थी. जब कोरोना का प्रभाव कम हो गया, उस समय दरें कम करके सरकार वाहवाही लूटना चाहती है.
उन्होंने कहा कि लगातार कांग्रेस शुरुआत से ही दरें कम करने की मांग कर रही थी. राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी से कई बार जरूरी दवा, इंजेक्शन, मेडिकल सुविधाओं पर टैक्स कम करने की मांग कर रहे थे. अन्य पार्टियों की तरफ से भी दरें कम करने की मांग उठाई गई थी. आम जनता ने भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने के बाद सरकार ने दरें कम की हैं. हालांकि इसका आने वाले समय में फायदा मिलेगा, लेकिन सरकार को यह फैसला 3 से 4 महीने पहले ही ले लेना चाहिए था. सरकार केवल झूठी वाहवाही लूटना चाहती है. जनता को लूटने के बाद अब दरें कम करने से क्या फायदा.
अलवर जिला कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष योगेश मिश्रा ने कहा कि जनता सरकार से इसका बदला लेगी. केंद्र सरकार ने केवल जनता को गुमराह करने का काम किया है. राज्य की गहलोत सरकार शुरुआत से ही केंद्र सरकार से वैक्सीन उपलब्ध कराने व इंजेक्शन सहित अन्य जरूरी संसाधन की दरें कम करने की मांग कर रही थी, लेकिन केंद्र सरकार ने उस समय कोई फैसला नहीं लिया. टैक्स देने के बाद जब कोरोना का प्रभाव कम हो गया. उस समय सरकार ने दरें कम की हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार श्रेय लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. जिस समय जनता कोरोना से त्रस्त थी. उस समय सरकार को आगे आना चाहिए था, लेकिन उस समय केंद्र सरकार ने अपने हाथ पीछे खींच लिए थे. राज्य सरकार ने शिद्दत से कोरोना में मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध कराई, लेकिन केंद्र सरकार केवल झूठी जुमलेबाजी करती है. जनता को लूटने के बाद केवल गुमराह करने के लिए अब दरें कम की गई हैं.