अलवर. देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण केंद्र सरकार की नीतियों पर अब सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने केंद्र सरकार पर कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को लेकर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सीधे तौर पर केंद्र सरकार की नीतिगत विफलता के कारण देश कोरोना संक्रमण झेल रहा है.
अप्रैल से लेकर अगस्त तक 10 से 12 करोड़ लोगों का रोजगार चला गया है. सरकार ने कहा कि 20 हजार करोड़ रुपए की मदद करेंगे. लेकिन होटल इंडस्ट्री को एक भी पैसा नहीं मिला है. सड़क के किनारे चलने वाले ढाबे बंद हो गए हैं. बाजार खुला है लेकिन दुकानों में चार लोगों की जगह एक व्यक्ति काम कर रहा है. उसका वेतन भी 10 हजार रुपए की जगह 5000 रुपए कर दिया गया है.
केंद्र सरकार की नीतियों के चलते व्यापार और अन्य क्षेत्र के लोग परेशान हैं. देश में जब फसल का समय होगा तो डीजल के दाम बढ़ाए जाएंगे. मोहन प्रकाश ने कहा कि किसान किराए का ट्रैक्टर लेकर खेती करता है. डीजल का दाम बढ़ने का असर किसान की फसल पर पड़ता है.
उन्होंने सीधे तौर पर कहा यह सरकार जनविरोधी है. सरकार की तरफ से लगातार जन विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं. इसलिए देश के यह हालात हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से लगातार लोगों की मदद करने के दावे किए जा रहे थे. राहत पैकेज की घोषणा करते हुए सरकार ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति तक सरकार की मदद पहुंचेगी.
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लेकिन इसका फायदा किसी को नहीं मिला. धौलपुर के बाड़ी में एक वकील ने आत्महत्या कर ली. वकील ही नहीं न्यायालय परिसर में बैठने वाले मुंशी, स्टांप बेचने वाला व्यक्ति सहित ऐसे लोग जो प्रतिदिन काम करके अपने परिवार का खुद का पेट भरते हैं, वो लोग पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. लेकिन उनको सरकार की कोई मदद नहीं मिली है.