अलवर. शहर के पुराना कटला जगन्नाथ मंदिर के पीछे होली उप्पर मोहल्ले में एक जर्जर भवन के बरसात के कारण गिराऊ स्थिति के समाचार पाकर नगर परिषद आयुक्त ने तत्परता दिखाते हुए जायजा लिया. बुधवार को सुबह से ही सोशल मीडिया पर पुराना कटला जगन्नाथ मंदिर के पीछे एक जर्जर मकान के गिराऊ हालत का फोटो व समाचार तेजी से वायरल हो रहा था. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जबकि कई बार इस जर्जर मकान के गिराऊ होने की सूचना दे दी गई है.
यहां कोई बड़ा हादसा ने घट जाए, इसको लेकर अलवर नगर परिषद आयुक्त सोहन सिंह नरूका द्वारा तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों से भवन के बारे में जानकारी ली. सुरक्षा की दृष्टि से जर्जर भवन के आसपास सड़क पर बैरिकेडिंग कर रास्ते को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा आयुक्त ने शहर के ऐसे अन्य स्थानों पर भी पहुंच कर ऐसी जर्जर हालात में पड़े भवनों के बारे में जानकारी ली और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए. आयुक्त ने अंबेडकर चौराहे पर बरसात से भरे पानी से आवागमन में परेशानी को देखते हुए मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
वहीं स्थानीय निवासी राजन शर्मा प्रह्लाद सोनी का कहना था कि इस जर्जर इमारत करीब 60 से 70 साल पुरानी है और इसमें पहले स्कूल चला करता था. इसके बारे में 6 महीने पहले भी प्रशासन को सूचना दी गई थी कि यह इमारत कभी भी गिर सकती है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन प्रशासन द्वारा मौका मुआयना करने के बाद चले गए और आज तक इस इमारत की दोबारा सुध नहीं ली. जब यह तूफान आने लगा है, तब से ही इस इमारत के पत्थर गिरने लगे हैं व तेज हवा चलने के साथ जो इस इमारत में पेड़ लगे हुए हैं. वह कभी भी पूरे मकान को गिरा सकते हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां से कलेक्ट्रेट के लिए रास्ता जाता है और यहां से पर्यटक भी आते जाते रहते हैं. इसलिए प्रशासन से अपील की जा रही है कि इस इमारत को तुरंत गिरा कर आसपास के लोगों को राहत दी जाए. जिससे आसपास के लोग भय के वातावरण से निकल सकें.