अलवर. जिले में किसानों के खाद के कट्टे लेकर एक ट्रॉला चालक के फरार होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि ट्रॉला चालक किसानों को चकमा देकर उनके 250 कट्टे खाद लेकर फरार हो गया था, लेकिन कुछ ही दूरी पर पुलिस ने ट्रॉले को पकड़ लिया. लेकिन, अब अपने खाद के कट्टे लेने के लिए किसान सरकारी कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं.
मामले में 36 किसानों ने 30 दिसंबर को सिलीसेढ़ तिराहा स्थित शर्मा खाद बीज भंडार से श्रीराम यूरिया कंपनी की 350 कट्टे खाद खरीदे थे. उसके बाद इन खाद के कट्टों को एक ट्रॉला में रखवाया गया. इस दौरान ट्रॉला चालक ने कहा कि उसके ट्रॉला में कुछ परेशानी है. वो ट्रोला को ठीक कराने के लिए अकबरपुर लेकर जा रहा है. लेकिन. उसके बाद ट्रोला चालक नहीं लौटा. इस पर किसानों ने ट्रॉला की तलाश शुरू की तो वो अकबरपुर पुलिस चौकी में खड़ा हुआ था.
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किसानों ने इस संबंध में पुलिस से बातचीत की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने ट्रॉला छोड़ने से मना कर दिया. इसके बाद किसान न्यायालय में गए और न्यायालय के आदेश पर इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई. उसके बाद से लगातार किसान अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस थाने और प्रशासिनक कार्यलयों के चक्कर लगा रहे हैं.
किसानों ने कहा कि उन्होंने अपनी फसल के लिए यूरिया खरीदा था. उस यूरिया को खेत में काम में लेना था. लेकिन, अभी तक यूरिया नहीं मिला है. ऐसे में उनकी फसल खराब हो सकती है. साथ ही यूरिया खरीदने का पैसा भी बेकार हो गया है. किसानों ने इस संबंध में गुरुवार को अलवर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया और यूरिया दिलाने की मांग रखी. इस पर कलेक्टर ने उनको जल्द ही समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया.
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किसानों ने कहा कि वो पहले पुलिस अधिकारियों से भी मिल चुके हैं,लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. ट्रक चालक ने अगर कोई नियम तोड़ा है तो उसकी सजा ट्रक चालक को मिलनी चाहिए. ट्रॉला चालक ने चकमा देकर और झूठ बोलकर किसानों को ट्रॉला ठीक कराने के बहाने से गया था. उसके बाद नहीं लौटा. वहीं पुलिस ने कहा कि मामले की जांच चल रही है.