अलवर. प्रदेशभर में बिजली की दरों में की गई वृद्धि को लेकर भाजपा ने बिजलीघर चौराहे पर स्थित विद्युत कार्यालय पर धरना दिया. धरने के बाद जीएसएस पर मौजूद प्रभारी अभियंता को एक ज्ञापन दिया गया. शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि लोगों लॉकडाउन के बाद लोगों की आर्थिक हालात काफी खराब हो गए हैं. गहलोत सरकार ने राहत देने की बजाय बिजली बिलों में अनावश्यक चार्ज लगा दिए हैं.
गहलोत पर लगाया गरीबों के शोषण का आरोप
कोटा के रामगंजमंडी से भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार पर गरीबों के शोषण का आरोप लगाया. उन्होंने मांग कहा कि लॉकडाउन के समय के बिजली के बिल माफ किए जाएं और बढ़ी हुई दरों को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के शासनकाल में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया है. किसानों को उनकी फसलों का सही दाम नहीं मिल रहा है.
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बिजली के बिल माफ करे सरकार
दांतारामगढ़ में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ हल्ला बोला. भाजपा कार्यकर्ताओं ने विद्युत विभाग के सहायक अभियंता शैलेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपकर बिजली की बढ़ी हुई दरों में कमी की मांग की. कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना काल में गरीब और किसान को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है. इसलिए सरकार 4 महीने का बिजली का बिल माफ करे.
बिजली की दरों में बढ़ोतरी दुर्भाग्यपूर्ण
सीकर जिले के नीमकाथाना में सोमवार को बिजली की दरों में बढ़ोतरी को कम करने और 4 महीने के बिजली के बिलों को माफ करने को लेकर पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विद्युत विभाग के सामने प्रदर्शन किया. पूर्व विधायक ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ कोरोनो जैसी महामारी से जनता परेशान है और ऐसे समय में राजस्थान सरकार बिजली दरों में कमी करने के बजाय बढ़ोतरी कर जनता को परेशान करने का काम कर रही है.