अलवर. प्रदेश सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी की है. इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी अलवर जिले की दक्षिण इकाई के जिलाध्यक्ष संजय नरूका के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता या पदाधिकारी अलवर कलेक्ट्रेट पर पहुंचे.
बता दें, कि कलेक्ट्रेट के गेट पर पुलिस ने भाजपाइयों को रोकने का प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिली. काफी देर जिद्द भैंस के बाद पुलिस ने कुछ भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को अंदर जाने दिया. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह को ज्ञापन दिया. जिलाध्यक्ष संजय नरूका ने कहा कि, राजस्थान की वर्तमान सरकार ने बिजली दरों को बढ़ाकर आम जन के साथ धोखा किया है. क्योंकि सरकार ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि वो बिजली की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करेगी. प्रदेश के हालातों पर नजर डालें तो राजस्थान में कुल 1 लाख 20 परिवार बिजली का उपयोग करते हैं. इनमें से 68 फ़ीसदी किसान परिवार हैं. सरकार द्वारा बिजली की दर नई बढ़ाने की घोषणा चुनाव के दौरान की गई थी. राजस्थान नियामक आयोग की सिफारिश पर एक फरवरी 2020 से राज्य में 15 से 25 प्रतिशत विद्युत दरों को बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं.
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दरअसल, सरकारी आदेश के हिसाब से प्रति यूनिट 95 पैसे उपभोक्ता के बढ़ाने के साथ ही 115 रुपए फिक्स चार्ज प्रतिभा बढ़ाए गया है. उपभोक्ता की जेब पर 1000 करोड़ रुपए का बाहर डालेगा. विद्युत कंपनियों ने एक करोड़ 20 लाख घरेलू उपभोक्ताओं पर एडिशनल सिक्योरिटी के नाम पर 1200 करोड़ का भार पहले से ही डाल दिया था. इसके बाद 42 लाख 25000 उपभोक्ताओं को नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं