अलवर. जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसके पिता की हत्या मामले में बजरंग सेना ने पुलिस अधीक्षक के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मन राम मीणा को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है. बजरंग सेना के लोगों ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक घटना है.
बजरंग सेना जिला अध्यक्ष रमेश पारेख ने बताया कि स्थानीय पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते मामले को गंभीरता से नहीं ले रही थी. जबकि लड़की के भाई ने 20 जून को ही आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था. पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत इस मामले को महज शांति भंग में दर्ज कर इतिश्री कर ली.
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पुलिस के इस रवैए का परिणाम यह हुआ कि लड़की के पिता का शव बुधवार को पेड़ से लटका मिला. जिसके बाद परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया है. बजरंग सेना ने कहा कि आरोपियो में से ज्यादातर जेल से छूट के आए हैं. उन्होंने ज्ञापन में आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है.
क्या था मामलाः
जिले के रामगढ़ की रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ एक युवक कई दिनों से उसका पीछा करता था. इसके साथ ही युवक नाबालिग लड़की को परेशान करता था. जिसके बाद नाबालिग लड़की ने युवक से तंग आकर कुएं में कूदकर जान देने की कोशिश की. हालांकि परिवारजनों की मदद से युवती को बचा लिया गया. पीड़िता के भाई ने बताया कि आरोपी ने राजीनामे के लिए भी दबाव बनाया था. यहां तक कि पुलिस ने भी पीड़िता के भाई से लड़की का मामला होने का हवाला देते हुए राजीनामा कर लेने का प्रस्ताव दिया. यही कारण है कि दो दिन तक आरोपी युवक की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
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पीड़िता के भाई ने बताया कि उसकी बहन किसी भी कीमत पर राजीनामा करने को तैयार नहीं है. उधर, घटना को लेकर रामगढ़ थाने के सब इंस्पेक्टर रामकिशन बैरवा ने बताया कि युवती के संदर्भ में आरोपी लड़के को हिसारत में लिया गया है. लेकिन आरोपी के परिजन पीड़ित के परिवार को रोज परेशान करने लगे. जिससे तंग आकर लड़की के पिता ने बुधवार को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. परिजनों का कहना है कि पुलिस की कार्यशैली से परिवार परेशान था. क्योंकि आरोपी युवक के परिजन लगातार पीड़ित के परिजनों को परेशान कर रहे थे. जिसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.