अलवर. शनिवार शाम को जिले के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय के छात्रों ने जेएनयू में चल रहे प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में मशाल जुलूस निकाला. साथ ही इन छात्रों ने हॉस्टल फीस में वृद्धि और ड्रेस कोड लागू करने का भी विरोध जताया है.
इस दौरान छात्रों ने जेएनयू हॉस्टल फीस वृद्धि वापस लो, शिक्षा का निजीकरण और भगवाकरण बंद करो आदि नारे लगाए गए हैं. मशाल जुलूस शहीद भगत सिंह चौराहे पर पहुंचकर छात्र सभा के रूप में बदल गई. जिसको पंकज सांवरिया प्रदेश उपाध्यक्ष एसएफआई ने संबोधित करते हुए कहा कि जेएनयू बंद करने की साजिश के तहत मोदी सरकार ने फीस वृद्धि जैसे छात्र विरोधी निर्णय लेकर छात्रों को शिक्षा से दूर करना चाहती है.
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वहीं बाबू शोभाराम कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष सुदीप सिंह ने बताया कि जेएनयू में अध्ययन करने वाले अधिकांश छात्र निर्धन, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक परिवार से हैं. जिसमें बड़ी संख्या में छात्राएं अध्ययन करती हैं. फीस वृद्धि के निर्णय से छात्रों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है. पूर्ण फीस वृद्धि वापसी नहीं होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया.
इस दौरान शेखर संयुक्त सचिव, मुकेश जाटव, अविनेश, रिंकू वर्मा छात्रसंघ अध्यक्ष, मनजीत वर्मा, कमल छात्रसंघ महासचिव, अंकित संयुक्त सचिव, वीरेंद्र क्रांतिकारी, अनूप दायमा, सरिता भारत, समेत बड़ी संख्या में छात्र और सामाजिक संगठन के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे.