अलवर. शहर में कचरा संग्रहण के लिए लगे नगर परिषद के ऑटो टिपर ड्राइवरों को सोमवार को पुराने सूचना केंद्र में आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया. यह काढ़ा इन चालकों को 3 दिन तक पिलाया जाएगा. कार्यक्रम का आयोजन नगर परिषद और आयुर्वेद विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. आयुक्त ने सभी ऑटो टिपर ड्राइवरों को सलाह दी कि हर घर के आगे रुकें और जब तक कचरा लेकर कोई आ नहीं जाता, तब तक गाड़ी को आगे नहीं बढ़ाएं. जिससे शहर स्वच्छ और सुंदर रहेगा.
नगर परिषद अध्यक्ष बीना गुप्ता और आयुक्त सोहन सिंह नरूका ने इस अवसर पर कहा कि कचरा संग्रहण का काम बहुत ही जोखिम भरा है और इन लोगों को संक्रमण से बचाना समाज की पहली जिम्मेदारी है. यह ऐसी जगह पर से कचरा एकत्र करते हैं, जहां पर कोई जाना पसंद नहीं करता. उन्होंने ऑटो टिपर चालकों से यह भी कहा कि अक्सर यह तेजी में निकल जाते हैं और लोग कूड़ा नहीं डाल पाते हैं. इसके बाद मैं लोक कचरे को सड़क पर ट्रेलर जाते हैं. इससे बेहतर है टिपर धीरे चलाएं और सबका कचरा संग्रहित करें. जिससे इस कोरोना महामारी में अधिक से अधिक गंदगी से भी बचाव हो सके.
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आयुक्त ने कहा कि आज चालकों को आयुर्वेद काढ़ा पिलाया गया है और अब सप्ताह में दो बार सेक्टरों में जाकर सफाई कर्मियों को भी काढ़ा वितरण शुरू किया जाएगा, ताकि वह भी इस गंदगी में अपने आप को संक्रमण से मुक्त रख सकें. आयुक्त ने कहा कि सफाई कर्मचारी इस समाज की सबसे नीचे की इकाई है और उसकी जिम्मेदारी संक्रमण रोकने की सबसे बड़ी है, लेकिन यह तभी संभव है जब खुद बचा रहे.