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55 सौ करोड़ का चंबल प्रोजेक्ट अधर में...अब जलदाय विभाग ने कही ये बात - chambal

अलवर पहुंचे जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान ने कहा है कि अलवर को पानी पहुंचाने वाली चंबल परियोजना पूरा होने में अभी समय है. करीब दो साल में अलवरवासियों को इसका लाभ मिलेगा.

जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक
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Published : Mar 28, 2019, 6:06 AM IST

अलवर. जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान ने सर्किट हाउस में अलवर की जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा है कि चंबल परियोजना का लाभ अलवर जिले को मिलने में करीब 2 वर्ष का समय लग सकता है.

जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक

दरअसल अलवर में पिछले कई सालों से चंबल का पानी लाने की योजना बनाई जा रही है. वहीं जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान का कहना है कि चंबल का पानी अलवर तक लाने में कम से कम 2 साल और लग जाएंगे. चंबल के पानी को अलवर तक लाने के लिए कम से कम 55 सौ करोड़ रुपए खर्च होने हैं. विभाग के पास सरकार की ओर से अभी तक इस योजना से जुड़ा किसी प्रकार का बजट अब तक नहीं आया है.

चंबल के पानी लाने की योजना कई सालों से चल रही है लेकिन हकीकत में यह योजना कागजों तक ही सीमित है. क्षेत्र के नेता चुनावों के समय जनता को लुभाने के लिए वादे करते हैं फिर चुनावों के बाद उन वादों को भूल जाते हैं. गौरतलब है कि जिले में चम्बल का पानी लाने के लिए योजना बनाई जा चुकी है. वहीं इसको धरातल पर लाने के लिए जलदाय विभाग के पास पैसे नहीं है. अब विभाग पैसे आने की बाट जोह रहा है.


अलवर. जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान ने सर्किट हाउस में अलवर की जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा है कि चंबल परियोजना का लाभ अलवर जिले को मिलने में करीब 2 वर्ष का समय लग सकता है.

जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक

दरअसल अलवर में पिछले कई सालों से चंबल का पानी लाने की योजना बनाई जा रही है. वहीं जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान का कहना है कि चंबल का पानी अलवर तक लाने में कम से कम 2 साल और लग जाएंगे. चंबल के पानी को अलवर तक लाने के लिए कम से कम 55 सौ करोड़ रुपए खर्च होने हैं. विभाग के पास सरकार की ओर से अभी तक इस योजना से जुड़ा किसी प्रकार का बजट अब तक नहीं आया है.

चंबल के पानी लाने की योजना कई सालों से चल रही है लेकिन हकीकत में यह योजना कागजों तक ही सीमित है. क्षेत्र के नेता चुनावों के समय जनता को लुभाने के लिए वादे करते हैं फिर चुनावों के बाद उन वादों को भूल जाते हैं. गौरतलब है कि जिले में चम्बल का पानी लाने के लिए योजना बनाई जा चुकी है. वहीं इसको धरातल पर लाने के लिए जलदाय विभाग के पास पैसे नहीं है. अब विभाग पैसे आने की बाट जोह रहा है.


Intro:अलवर में आज जयपुर से आए जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर आरडी खान ने सर्किट हाउस में अलवर की जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। पत्रकारों द्वारा चंबल की योजना के बारे में पूछने पर आरडी खान ने कहा कि चंबल के पानी के लिए अभी हमारे पास फंड नहीं है। इसलिए अलवर तक चंबल की योजना को लाने में कम से कम 2 साल लग सकते हैं। इसलिए अलवर की जनता को अभी 2 साल और चंबल के पानी के लिए इंतजार करना पड़ेगा।


Body:अलवर में कई सालों से चंबल के पानी लाने की योजना बनाई जा रही है। और अलवर की जनता अभी तक यह सोच रही हैं। कि चंबल का पानी जल्द से जल्द अलवर में आ जाएगा। जिससे अलवर के जनता की प्यास बुझ सकेगी। लेकिन जयपुर से आए जलदाय विभाग के अधिकारी का कहना है अभी तो चंबल का पानी अलवर तक लाने में कम से कम 2 साल लग जाएंगे।



क्योंकि चंबल के पानी को अलवर तक लाने के लिए कम से कम 55 सौ करोड रुपए का खर्च होगा। जो अभी तक जलदाय विभाग के पास नहीं आया है। सरकार चुनावों में ही जनता को पागल बनाने के लिए लुभावने वादे करती है। और फिर उसके बाद सरकार किए गए वादों को भूल जाती है। क्योंकि हमारे सामने उदाहरण अलवर के लिए किए गए चंबल की योजना का है। जिसके खर्च के लिए जलदाय विभाग के पास पैसे नहीं है। और जलदाय विभाग पैसे आने की रात देख रहा है।


Conclusion:जयपुर से आए जलदाय विभाग के अधिकारी चीफ इंजीनियर आरडी खान का कहना है कि चंबल के पानी को अलवर लाने के लिए कम से कम दो साल लग जाएंगे। क्योंकि जलदाय विभाग के पास पैसा नहीं है। चंबल की योजना को अलवर तक लाने के लिए जो डीपीआर बनाई गई है। वो 55 सौ करोड़ रुपए की है। जो अभी तक सरकार द्वारा स्वीकृत नहीं की गई है। इसलिए चंबल के पानी को अलवर तक लाने के लिए कम से कम 2 साल लग सकते हैं। और ज्यादा से ज्यादा कितने साल लग सकते हैं। इसका पता नहीं है। क्योंकि चंबल के पानी लाने की योजना कई सालों से चल रही है। लेकिन यह योजना कागजों में ही चल रही है

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