अलवर. केंद्र सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से संचालित आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता प्रोजेक्ट में अलवर को मॉडल जिले के रूप में शामिल होना लगभग तय हो चुका है. दिल्ली में मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव निदेशक सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने अलवर शक्ति प्रोजेक्ट पर अपनी प्रेजेंटेशन दी.
बता दें, कि 4 घंटे तक चली इस प्रदर्शन के दौरान शक्ति प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसके फायदे आगामी भविष्य में योजनाओं के बारे में बताया गया. इससे प्रभावित होकर अधिकारियों ने अलवर जिले को संकल्प प्रोजेक्ट में मॉडल जिले के रूप में शामिल करने का फैसला लेते हुए सहमति जताई. प्रोजेक्ट में जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने अलवर शक्ति ऐप में अब तक किए गए सभी प्रयासों की जानकारी दी.
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इस मौके पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने अलवर शक्ति प्रोजेक्ट को संकल्प के रूप में माना और इस अभियान को संकल्प में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शामिल करने की सहमति दी. मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि शक्ति प्रोजेक्ट का प्लेटफार्म तैयार होने का लाभ मिलेगा. साथ ही अलवर इसका पायलट प्रोजेक्ट रहेगा. वहीं इसके माध्यम से देशभर के युवाओं को फायदा पहुंचाने में जोड़ने का काम किया जाएगा.
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शक्ति एप में अभी युवाओं को जागरूक करने युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने सरकारी योजनाओं की जानकारी देने सहित सैकड़ों योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है. सरकारी अधिकारियों की मानें तो इस प्रोजेक्ट के तहत अलवर के युवाओं को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा. क्योंकि केंद्र सरकार का फोकस अलवर पर रहेगा. वहीं अलवर में इसको बेहतर से बेहतर तरह से लागू कराने के प्रयास किए जाएंगे.