अलवर. कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. ऐसे में प्रतिदिन मजदूरी करके अपना पेट भरने वाले लोगों को जीवन यापन करने में खासी परेशानी आ रही है. सरकार और प्रशासन सामाजिक संस्थान से आगे आकर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने की अपील की जा रही है.
अलवर में बड़ी संख्या में लोग आगे आकर लोगों की मदद कर रहे हैं. इस कड़ी में अलवर के केंद्रीय कारागार का स्टाफ भी शामिल हो गया है. कारागार के स्टाफ ने प्रतिदिन 100 जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने का फैसला लिया है. इसके तहत प्रतिदिन केंद्रीय कारागार में स्टाफ द्वारा मिलकर खाना बनाया जाता है और उसके बाद उस खाने को कच्ची बस्तियों पर झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को बांटा जाता है.
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अलवर केंद्रीय कारागार के अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने कहा की महामारी के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए स्टाफ ने यह फैसला लिया है. सभी लोग पैसे मिलाकर राशन लाते हैं, फिर उसके बाद मिलकर खाना बनाते हैं.
यह प्रक्रिया सुबह शाम प्रतिदिन की जाती है. खाना तैयार होने के बाद एक गाड़ी में खाना रखकर जरूरतमंद तक पहुंचाया जाता है. इस प्रक्रिया के लिए केंद्रीय कारागार के कर्मचारी लगे हुए हैं. सभी लोग आगे आकर काम कर रहे हैं और बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.