अलवर. जिले का मेवात अपराध का गढ़ बन चुका है. गौ तस्करी और अवैध खनन सहित कई बड़ी घटनाओं के चलते मेवात पूरे देश में बदनाम होता है. ऐसे में रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि मेवात पर अंकुश लगेगा. 3 महीने में इसका असर देखने को मिलेगा. हरियाणा सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है. साथ ही 35ए और 370 का खासा प्रभाव मेवात में नजर आया है.
हिंदूवादी मुद्दों और गौ रक्षा पर बेबाक बोलने वाले भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि मेवात क्षेत्र में 11 तरह के अपराध होते हैं. इसमें मिलावटी दूध, गौ तस्करी, अवैध खनन, हथियारों की तस्करी, नशे का कारोबार, मिलावटी मिठाई, खाद्य पदार्थों में मिलावट सहित विभिन्न तरह के अपराध इस क्षेत्र में होते हैं. ऐसे में राजस्थान सरकार को मेवात क्षेत्र पर सख्त कदम उठाने चाहिए.
'मेवात के कारण अलवर बदनाम हो रहा है'
आहूजा ने कहा कि मेवात के कारण अलवर बदनाम हो रहा है क्योंकि अलवर में आए दिन मेवात क्षेत्र के लोग बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही मेवात पर हरियाणा सरकार अंकुश लगाने जा रही है. इसको लेकर सरकार ने विशेष योजना तैयार की है. 3 महीने में इसका असर देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से इस संबंध में बात की थी, उन्होंने इसका आश्वासन दिलाया था.
'इस क्षेत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है'
ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 35a और 370 कानून का असर मेवात क्षेत्र में देखने को मिला है. इसके अलावा राजस्थान सरकार को भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए मेवात विकास बोर्ड की जगह ब्रज विकास बोर्ड बनना चाहिए था. यह क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण का क्षेत्र है. इस क्षेत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है.
पूर्व विधायक ने कहा कि राजस्थान में मॉब लिंचिंग कानून इसलिए बनाया गया क्योंकि यहां कई घटनाएं हुई. ऐसे में सरकार ने जाति विशेष के लोगों को बचाने के लिए मॉब लिंचिंग कानून बनाया. उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ ऐसे भी सरकार की मंशा का पता चलता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में रहे मंत्री दुरु मियां ने कहा था कि अगर मेवात क्षेत्र के लोग अवैध खनन नहीं करेंगे तो यह लोग क्राइम की तरफ जाएंगे. ऐसे में साफ है कि कांग्रेस सरकार के मंत्री और नेता की मंशा गलत है.